जीवन, नियतिवश हो, या संयोगजन्य, परिस्थिति या अवस्थाजन्य… उसे हमेशा ऊपर चढ़ने का आधार मानना चाहिए, आराम या पश्चाताप का नहीं ।जीवन को हर हाल में उन्नत करते रहने का हमें प्रयास करना चाहिए । चाहे जीवन किसी भी मोड़ पर क्यों न हो !Life, be it destined or coincidental, circumstantial or conditional… should always be regarded as a basis for ascending, not comfort or repentance. We should strive to keep improving under all circumstances. No matter what life is at any point.