कितने निर्दोष जेलों में न होते ... महात्मा गाँधी से सवाल किया किसीने - ‘ऐसी कौन-सी चीज है, जो आपको रात-दिन चिंता करावे और जिसके कारण आपको हमेशा बेचैनी ही रहती हो ?’ बापू गांधीजी एक क्षण रूके फिर बोले - ‘पढ़े-लिखे लोगों में से दयाभाव सूख गया है, इस बात से मुझे हमेशा चिंता [...]
दोनों पक्षों की निष्पक्ष सुनवाई आवश्यक पुरुषों को सीधे ही दोषी मानने की मानसिकता पर सवाल - सीमा हिंगोनिया वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आज के दौर में समाज में स्त्री-पुरुष की बराबर भागीदारी हो रही है। दोनों ही घर-परिवार, समाज और देश की प्रगति में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन, जब सुरक्षा, सम्मान, अवसर, शोषण और [...]
कैदियों को भी मानव अधिकार... जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदी होते है, यह बदनसीबी है । अगर जेल कैदियों से भरा हुआ हो तो जेलों में सुधार करने का कोई अर्थ ही नहीं है । अगर कैदियों को ठीक तरह से रख नहीं सकते हों तो छोड़ देना चाहिए । देश की विविध जेलें [...]
जबसे पूज्य श्री नारायण साँईं जी जैसे निर्दोष संत जेल में गये हैं उसके बाद समाज में आत्महत्या के केस बहुत बढ़ गये हैं। आज का युवाधन तीव्र गति से व्यसन की ओर आगे बढ़ रहा है जिसका प्रमाण हाल ही के समाचार पत्रों में हैं जिसमें ५० करोड़ की ई-सिगरेट पकड़ी गई। ये युवाधन [...]
हमें गर्व है, हम हिन्दी में बात करते हैं, हिन्दी में लिखते हैं, पढ़ते हैं, कार्य करते हैं.... हिन्दी को बढ़ाएँ, हिन्दी को बचाएँ । हिन्दी को विश्व में फैलाएँ ।
कैदियों को भी मानव अधिकार : सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली, (जी.टी.आई) 29 मार्च, 2018 देश की जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदियों को रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी के साथ बताया है कि कैदियों को भी मानवाधिकार है । उनको जानवर के समान जेल में नहीं रख सकते । अगर कैदियों को अच्छी [...]
झूठे मुकदमे दर्ज कराने का बढ़ता जा रहा ट्रेंड अशुद्ध बुद्धि से गलत इरादे रखकर आजकल कुछ युवतियाँ या महिलाएँ पुरुषों के ऊपर गलत आरोप लगाती हैं और महिला सुरक्षा के बने हुए कानूनों का दुरुपयोग करती हैं ऐसी कई घटनाएँ सामने आ रही है । महिलाओं/युवतियों द्वारा लगाए हुए मनगढ़त गलत बेबुनियाद यौन उत्पीड़न, [...]
विज्ञान कहता है प्रयोग करो, योग कहता है अनुभव करो । दोनों एक ही बात है । जैसे हर धर्म का व्यक्ति वैज्ञानिक हो सकता है ठीक उसी प्रकार हर धर्म, मत – पंथ – संप्रदाय का व्यक्ति योगी हो सकता है । चाहे हिन्दू हो या मुसलमान, जैन हो या ईसाई, पारसी हो या यहूदी [...]
बलात्कार के झूठे आरोपों में पुरुषों को बचाने के लिए कानून की जरूरत : अदालत दिल्ली की एक अदालत ने कहा है कि अब समय आ गया है कि बलात्कार के झूठे आरोपों का सामना कर रहे पुरूषों की सुरक्षा और उनकी प्रतिष्ठा बहाल किए जाने के लिए कानून बनाए जाएँ, क्योंकि हर कोई सिर्फ [...]
PANIPAT CASE UPDATE : 25 OCTOBER 2018 पानीपत केस में आज पूज्य नारायण साईंजी की चंडीगढ़ उच्च न्यायालय में जमानत की अर्जी पर सुनवाई हुई । न्यायालय में सीनियर वकील आर.एस.चीमा जी ने जोरदार दलील दी, सरकारी वकील की ओर से पूज्य नारायण साईंजी के खिलाफ 9 केस हैं, ऐसा गलत एफिडेविट फाइल किया था, [...]
न्यू इंडिया के लिए न्यू जेल मेन्युअल चाहिए सेवा निवृत्त न्यायाधीश आनंद नारायण मुल्ला के अध्यक्षीय पद के नीचे रची गई जेल सुधार की अखिल भारतीय समिति (1980-83) का रिपोर्ट बहुत ही महत्वपूर्ण है । इस रिपोर्ट में भारतीय जेल प्रणाली की घोर दुर्व्यवस्था और अधःपतन का पूरा वृतांत है । साथ ही उसमें ऐसे [...]
जेल, किसी भी तरह समय व जीवन की बर्बादी का केन्द्र नहीं बनना चाहिये जेलों के अंदर ऐसे अनगिनत असंख्य लोग कैदी बनकर, अपराधियों की नाईं समय व जीवन बर्बाद कर रहे हैं कि जिनका अपराध साबित ही नहीं हुआ ! न्यायालयों द्वारा उनका दोष सिद्ध किया ही नहीं गया ! और उनकी संख्या दोषित [...]
सुधार, केवल और केवल लंबी सजाएँ देने से नहीं होता किसी को जेल भेजना अपने आप में एक दंड है । जेल लगातार सजा के लिए नहीं है । अपराध रोकने और सुधार लाने के लिए जेल अंतिम स्थान है । किसी को अंतिम श्वास तक जेल में ही रहने की सजा करना, मानव हृदय [...]