पूज्य साँई जी द्वारा लिखित कविता: अब कुछ बड़ा करना है.... बनकर पर्वत बादलों को छूना है, अब कुछ बड़ा करना है... छोड़कर पगडंडी रास्ते, राजमार्ग पर चलना है, मुझे अब मुझसे ही मिलना है, अब कुछ बड़ा करना है... चाहे उड़े सब आसमां में, मुझे तो शून्यावकाश में तैरना है, अब कुछ बड़ा करना [...]
आओ पौधे लगाएँ... पौधे बनाएँ... World Environment Day - 5 June जहाँ आधुनिक मनोविज्ञान की परिसमाप्ति होती है, वहीं से अध्यात्म मनोविज्ञान का प्रारंभ होता है। अपनी दृष्टिको सीमित तथा क्षणिक स्वार्थों से हटाकर, भारतीय आध्यात्मिक ज्ञान-विज्ञान को प्राप्त करने की अभिलाषा करो, जिसके सहारे विश्व-वसुंधरा पर सुख-शांति का साम्राज्य स्थापित हो सकता है। व तुम्हारा [...]
रंगोत्सव, होलिकोउत्सव की सभी को बधाईयाँ व शुभकामनाएँ... बुरा ना मानो होली है... पल पल रंग बदलती है दुनिया... और लोग पूछते हैं होली कब है? आज है...भाई आज है... “हो”...”ली”... जो हो, ली... मतलब जो बीत चुकी, गुज़र चुकी... उसकी फ़िक्र क्या करना ? क्यूँ करना ? कब तक करना ? जो बीत गयी [...]
समय करवट ले रहा है, कोरोना महामारी से जो बच गए वे कोरोना के बाद का नववर्ष, दीपावली पर्व मनायेंगे... नई उम्मीदों के साथ... नए उत्साह के साथ, बदलते समय में, काल के संग ताल मिलाते हुए हम आगे बढ़ेंगे ! भय, नकारात्मकता और आशंका के वातावरण को स्नेह-प्रेम-करुणा - हिम्मत और उत्साह से, बदलते [...]
अंतर खोज की दिशा में आगे बढ़ें ! बहोत ही सरल बात है मेरी, और आप समझदार है तो पक्का, आपके हृदय तक मेरी बात पहुँचने में देर नहीं लगेगी । मुझे कठिन शब्द उपयोग करने की जरूरत नहीं । लंबी भाषणबाजी का भी कोई अर्थ नहीं । बस, बात इतनी-सी है : "अंतर खोज [...]