ज्योतियों का पर्व दीपावली : धन त्रयोदशी / धनतेरस
सुबह लाल फूल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य देकर भगवान धन्वंतरि और सूर्यदेव से आरोग्य के लिए प्रार्थना करे और सायंकाल घर के बाहर मुख्य द्वार पर एक पात्र में गेहूँ, चावल व गुड़ रखकर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके यमदेव के निमित्त दीपदान करने से अकाल मृत्यु नहीं होती।
दीप दान का मंत्र:
मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन च मया सह ।
त्रयोदश्यां दीप दानात्सूर्यज: प्रीयतामिति॥