ओहम्मो का श्रावण मास 2018 विशेष संदेश
मेरे प्यारे मित्रों ! आशा करता हूँ, आप सभी कुशलमंगल होंगे ।
मैं जानता हूँ कि मेरे संदेश आप तक पहुँचते हैं, आपको अच्छे लगते हैं, आपको अच्छाई के लिए प्रेरित करते हैं और मेरे संदेश को प्राप्त करके आप रोमांचित होते हैं, गदगद् होते है ।
1 अगस्त, 2018, श्रावण कृष्ण पक्ष चतुर्थी संवत् 2075 की शुभ प्रभात को आपके लिए यह संदेश लिखा जा रहा है ।
आपके प्यार ‘ओहम्मो‘ से मिलने के लिए दूर–दूर से लोग आते हैं । कुछ मिनट ही मुलाकात हो पाती है ! फिर भी उनसे मिलकर ‘ओहम्मो‘ को और ‘ओहम्मो‘ से मिलकर उनको बेहद प्रसन्नता होती है । जो दर्शन प्रसाद है वह प्रसन्नता देता है और इस प्रसाद में दुःख दूर करने की ताकत है ।
गुरुपूर्णिमा का उत्सव देश–विदेश में श्रद्धालु भक्तजनों ने कुछ दिन पहले मनाया । शिरडी साँई बाबा के दर्शन करने भी बहुत लोग पहुँचे । उन्होंने 6,40,95,305 रुपयों का दान गुरु चरणों में अर्पण किया । इसमें 13.83 लाख के गहने, 6.41 लाख नकद हैं ।
बात श्रद्धा की है, विश्वास की है । श्रद्धा से चमत्कार होते हैं और अखंड विश्वास मुश्किल कार्यों को भी आसान बनाता है ।
ओहम्मो जिसे ‘ओजस्वी अध्यात्म‘ कहते हैं उसे गुरुजी कृष्णानंद (मनसा फाउंडेशन, बैंगलुरु) ‘नवयुगीन आध्यात्मिकता‘ कहते हैं । बात एक ही है । दोनों इसे अलग–अलग ढंग से समझाते हैं । वे कहते हैं नवयुगीन आध्यात्मिकता सारी सीमाओं को हटाती है और एकात्मकता लाती है ।
आध्यात्मिक जीवन जीने का अर्थ है – अच्छा होना, ईमानदार होना तथा शांतिपूर्ण होना । अपने आचरण में प्रेम का होना, प्रकाश का होना । सभी की देखभाल करना । सम्पूर्ण जीवन, प्रकृति तथा सभी चीजों का आदर करना, क्योंकि सभी में वही चेतना है, जो हम में है । आध्यात्मिकता का अर्थ है आजादी से जीना तथा दूसरों की आजादी का आदर करना, समाज के, देश के अनुशासन का आदर करना तथा आत्म अनुशासन के साथ जीना ।
1999 के बाद पहली बार 19 साल के बाद रक्षाबंधन 26 अगस्त को मनाई जायेगी । 25 अगस्त को सुबह 10:35 से 11:38 और दोपहर 12:41 से 1:44 तक शनि और मंगल की दशा में राखी नहीं बाँधे । ये श्रावणी पूर्णिमा भागी तिथि होने के कारण 26 को रक्षाबंधन मनाएँ ।
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को है । कई कैदियों को सरकार सामूहिक माफी देगी इस खबर से खुश हूँ । हमें मिली हुई आजादी बचानी होगी वरना हम फिर से गुलामी की तरफ जा रहे हैं । इस विषय पर मेरे विचार ‘विश्वगुरु ओजस्वी‘ पत्रिका में जरूर पढ़ें । अगस्त 2018 की ओजस्वी पत्रिका में यह विचार छपे हैं । पत्रिका शीघ्र मंगवाएँ या फिर उसे ऑनलाइन subscribe करें इस लिंक के द्वारा –
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जागृत हों, जागृति लाएँ ।
– ‘ओहम्मो‘