
‘End’ और ‘And’ एक ही तरीके से बोला जाता है लेकिन एक में पूरा करने की बात है और दूसरे में जुड़ने की बात है।
कोई भी सफलता अंतिम नहीं होती, कोई विफलता जानलेवा नहीं होती, बस, हम कितने आगे बढ़ते रहते हैं – यही मायने रखता है । अवसर – मुसीबतों के बीच ही आकर मिलते हैं । अवसरों को परखों, पकड़ो – आगे बढ़ने का जरिया बनाओ !