अध्यात्मिकता को बढ़ाने के लिए क्या करें ??
जयप्रकाश नारायण ने अपने जीवन के अनुभव का एक निचोड़ बताया है कि “अगर हमें अच्छा आदमी बनना है, दूसरों के मंगल के लिए स्वयं अपने कर्तव्य का निर्वाह करना है तो हमें आध्यात्मिक होना होगा । भौतिकता दूसरों के भले के लिए त्याग करने की प्रेरणा देने में असमर्थ है । उसका पूरा ध्यान तो अधिकार की प्राप्ति के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा देने तक ही सीमित रहता है ।
तो, अध्यात्मिक होना कितना आवश्यक है । एक अच्छा मनुष्य बनने के लिए ये जयप्रकाश नारायण ने बताया है और ‘ओजस्वी अध्यात्म’ पुस्तक में अध्यात्म क्या है और इसे जीवन में आत्मसात् कैसे किया जा सकता है इस बारे में समझाने का प्रयास किया है ।
दुनिया में वो इंसान जो अच्छा बनना चाहता है उसे अध्यात्मिक बनना चाहिए और अध्यात्मिकता को बढ़ाने के लिए ओजस्वी अध्यात्म पुस्तक अवश्य पढ़ना चाहिए ।
– नारायण साँईं
Ojaswi Adhyatma
The life-transforming philosophy of Ojaswi Adhyatma (Evershine Spirituality) is all set to cause new dawn all over the globe in this century and many more centuries to follow. This book is the next step to being religious. The religion that transcends the man-made boundaries of caste, creed, color, and religions. It’s about being who you truly are. The philosophy of Ojaswi Adhyatama stands unfaltering on the pillars of Truth, Love, and Compassion. Ojaswi Adhyatma welcomes you to a new way of living. It awaits to fill you with boundless eternal love.