जीव आनंदस्वरूप है और यह विश्व अपना ही रूप है । फिर नाहक अज्ञान से दुःखी, भयभीत, चिंतित और परेशान होने की क्या जरूरत है ? (The being is the embodiment of Bliss and this world is our own reflection. Then why to be upset, agonized, worried and fearful unnecessarily?)
संसार समुद्र है । मृत्युरूपी भंवर है । तृष्णारूपी तरंगे - अज्ञानरूपी जल हैं - इन्द्रियाँ रूपी ग्राह हैं, विवेकरूपी नौका अचानक प्राप्त हो तभी बचते और तरते हैं । (This world is an ocean, a whirlpool of death. There are waves/ripples of desires & alligators of senses in the water of ignorance. By attaining [...]
हकीकत में कुछ बना ही नहीं - सब भ्रांति मात्र है । यह हर क्षण, हर पल याद रहे तो संसार का प्रभाव चित्त पर नहीं पड़ेगा । (In reality, nothing has been created- everything is just an illusion. With the consistent remembrance of this fact, the world will no longer impact our mind & [...]
दृढ़ वासना को ग्रहण करने पर ही अंतवाहक से अधिभौतिक होकर शरीर आदि प्राप्त होते हैं । चित्तवृत्ति स्फुरण से रहित होकर अपने स्वरूप की ओर आती है तब केवल अपना ही स्वरुप भासित होता है और परम आनंद अद्वैत रूप दिखता है । (Holding onto intense cravings takes the being from subtle to physical [...]
Those who are in deep slumber after becoming ignorantly oblivious of the true-self, such foolish beings enter the vicious cycle of births. ( अज्ञान से आत्मपद को भूलकर जो सोये हैं ऐसे मूढ़ जन्म-जन्मांतर को पाते हैं ।)
मैं ये नहीं कहता कि आप सबसे डिस्कनेक्ट हो जाओ, आप दुनिया से कनेक्ट रहने के चक्कर में स्वयं से डिस्कनेक्ट मत होना । आपको ये देखना होगा ! दूसरों के लिए आप समय दे रहे हो, स्वयं के लिए समय को निकालो ! (I don’t ask you to get disconnected with everyone but must [...]
कुछ उर्जावान लोगों का साक्षात्कार हमें जीवन का नया नजरिया दे देता है । उनके विचारों की नवीनता मन को छू जाती है! (Conversing with some energetic/ high-spirited people imparts us with a new vista towards life. The novelty of their thoughts electrify our minds.)
जीवन को सुखद बनाने के लिए केवल थोड़ा प्रयास चाहिए । इसके लिए आपको अपने सोचने का दृष्टिकोण बदलना होगा । (It only takes a little effort to make life pleasant. For this you have to change your perspective.)
कठिन है मेरी अवहेलना । जो जितनी मेरी अवहेलना करते हैं अनजाने में वो उतना ही मेरे पास आ जाते हैं और इसलिए अवहेलना करनेवालों को प्रति भी मुझे तिरस्कार नहीं, हरगिज नहीं ! (Neglecting me is quite difficult & challenging! The more anyone ignores me, inadvertently gets closer to me all the more. Therefore [...]
अभिव्यक्ति पानी की तरह होती है । बहती है और आजाद होती है । हद का केवल भ्रम है, यह निर्बाध होती है । Expression is like water. It flows and is free. Limit is only an illusion, it is uninterrupted.
सद्गुरु के साथ समर्पण के स्तर का रिलेशन, आचार - विचार में उनका रेस्ट्रिक्शन, जीवन में उनका रिफ्लेक्शन, अगर आत्मसात हो जाए तो, सद्गुरु के प्रभाव से, सद्गति-सिद्धिगति का रिजर्वेशन अवश्य हो जाता है।
आप कहीं भी रहो, आपकी श्रद्धा, आपका विश्वास ईश्वर के, धर्म के प्रति, अध्यात्म के प्रति आपका झुकाव आपको संकटों से अभिरक्षित करेगा। ईश्वर की करुणा-कृपा की अभिरक्षा में आपका जीवन आनंदित हो पनपेगा, निःसन्देह, सफल व सार्थक होगा ।
प्यार कभी निष्फल नहीं होता, चरित्र कभी हारता नहीं और धैर्य व दृढ़ता से सपने अवश्य सच होते हैं, इस बात पर भरोसा रखें । Love never fails, character never loses, and trust that with patience and perseverance dreams do come true.