बीत गया सो बीत गया- जो सबंध बनाने से बनता है वह कभी टूट भी सकता है। जो सबंध पहले से हैं, बनाया नहीं गया वही सबंध कायम रहता है। वह मिटाए मिट नहीं सकता। जीव और शिव का सबंध आत्मा और परमात्मा का सबंध, गुरु और शिष्य का सबंध, भक्त और भगवान का सबंध किसी ने बनाया नहीं, पहले से है ही, कोई इसे मिटा नहीं सकता।
(Let bygones be bygones. There is a possibility that the created relationships may rift sometimes. But an eternal relationship shall persist forever and is infrangible. Like the relationship between Jiva and Shiva, soul and supreme soul, Guru and disciple and a devotee and God. No one has created this relation – it already existed. Also, no one can break it.)