पूज्य श्री नारायण साँईं जी का स्वतंत्रता दिवस २०१८ विशेष संदेश !
असली आज़ादी वही है, जो हमें और बेहतर बनाये, क्योंकि स्वतंत्रता का पर्याय उच्छृंखलता नहीं हो सकती । सुधार, वह भी स्वयं में, स्वयं के द्वारा हमें करना ही होगा । पहल इसकी शुरू करनी ही होगी । मन को शरीर से आगे निकालना होगा – अतीत में ले जाना होगा ।
किसी भी तरह की परतंत्रता से मुक्त होकर पूर्ण स्वतंत्रता से जीना ही सच्ची आज़ादी है और ऐसी आज़ादी से ही हमें ख़ुशी और परिपूर्णता मिल सकती है । सोचो, क्या ऐसी आज़ादी के साथ हम जी पा रहे हैं? अगर नहीं, तो हम गुलामी में जी रहे हैं । और ऐसी गुलामी से मुक्त होने के लिए, आज़ादी प्राप्त करने के लिए, पूरे जोश से होश के साथ – हमें प्रयत्न करना चाहिए ।
– नारायण साँईं