प्राकृतिक रंगों से खेलें होली, मिटायें हजारों रोग…

प्राकृतिक रंगो को बनाने की विधी-

लाल रंग- सूखा लाल रंग बनाने के लिए लाल गुणहल के फूल का पाउडर आंटे के साथ मिला कर यह रंग बनाया जा सकता है। अगर आपको गीला लाल रंग बनाना हो तो थोड़े से पानी में हल्‍दी मिला कर उसमें नींबू नीचोड़ दें। बस कुछ ही सेकेंड में आपको सुर्ख लाल रंग मिल जाएगा।

पीला रंग- इसको बनाने के लिए आपको दो चम्‍मच हल्‍दी पाउडर में दुगना बेसन मिलाने की जरुरत है। हल्‍दी और बेसन त्‍वचा के लिए बहुत लाभकारी है। इसको नहाते समय उबटन के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। इसके अलावा हल्‍दी को आप आंटा, मैदा, आरा रोट पाउडर, मुल्‍तानी मिट्टी और टेल्‍कम पाउडर के साथ भी प्रयोग कर सकते हैं।

नारंगी रंग- इसको बनाने के लिए 12 बड़े प्‍याजों को आधे लीटर पानी में उबाल लें और छील लें। आप देखेगें की पानी नारंगी रंग का हो चुका होगा। इसके अलावा टेसू के फूलों को रात भर पानी में भिगोएं रखने पर पीला-नारंगी रंग उपलब्‍ध होगा।

हरा रंग- इस रंग को बनाने के लिए हरें रंग की पत्‍तियों की जरुरत पडेगी। पालक, धनिया, पुदीना, टमाटर या फिर ऐसी ही कुछ हरी पत्‍तियों का पानी के साथ पेस्‍ट बना कर उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा चार चम्‍मच मेंहदी को दो लीटर पानी के साथ मिला कर गीला रंग बनाया जा सकता है।

नीला रंग- इस रंग को बनाने के लिए आपको नीले गुड़हल के फूलों को सुखा कर पीसने की जरुरत होगी। इससे आपको सूखा नीला रंग मिल जाएगा। यह फूल केरला में खूब पाया जाता है। इसके साथ ही अगर आपको गीला नीला रंग चाहिए तो काले अंगूर को पीस कर उसमें पानी मिला दें। यही नहीं अगर अंगूर के पत्‍तों की पानी में उबाल लिया जाए तो वह भी नीला रंग देते हैं।

मजेंटा रंग- एक चुकंदर लें और उसे पीस लें और उसमें पानी मिला लें। आपको खूबसूरत मजेंटा कलर मिल जाएगा। अगर आप इस रंग को और गहरा बनाना चाहते हैं तो उसे उबाल लें या फिर पूरी रातभर ऐसे ही छोड़ दें। इसके साथ ही पानी में 10-15 प्‍याज़ के छिलकों को उबाल लें और जब आपको पिंक या नांरगी रंग मिल जाए तो पानी में से प्‍याज के छिलकों को निकाल लें।

केसरिया रंग : पलाश के फूलों को रात को पानी में भिगो दें । सुबह इस केसरिया रंग को ऐसे ही प्रयोग में लायें या उबालकर होली का आनंद उठायें।

सूखा हरा रंग : मेहंदी या हिना पाउडर तथा गेहूँ या अन्य अनाज के आटे को समान मात्रा में मिलाकर सूखा हरा रंग बनायें। एक और विधि है जिसमें आँवला चूर्ण व मेंहदी को मिलाने से भूरा रंग बनता है, जो त्वचा व बालों के लिए लाभदायी है।

गीला पीला रंग : एक चम्मच हल्दी दो लीटर पानी में उबालें या मिठाइयों में पड़नेवाले रंग जो खाने के काम में आते हैं, उनका भी उपयोग कर सकते हैं। दूसरा तरीका अमलतास या गेंदे के फूलों को रात को पानी में भिगोकर रखें, सुबह उबालें ।

लाल रंग: लाल चंदन (रक्त चंदन) पाउडर को सूखे लाल रंग के रूप में उपयोग कर सकते हैं। यह त्वचा के लिए लाभदायक व सौंदर्यवर्द्धक है। दो चम्मच लाल चंदन एक लीटर पानी में डालकर उबालने से लाल रंग प्राप्त होता है।

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