मतदाता लोकशाही के आधार स्तंभ हैं । भारत जैसे विशाल देश में मतदाता के रूप में पंजीकरण का कार्य बहुत जटिल है । इस विषय में महत्त्वपूर्ण जानकारी और मार्गदर्शन देती एक एप्लिकेशन "Voter Helpline" है । अलग-अलग क्षेत्र की मतदाता सूची में अपना या अपने संबंधियों का नाम है या नहीं, इसकी जानकारी पाना [...]
भावनगर के किसान प्रताप सिंह गोहिल का आजमाया हुआ प्रयोग... कहाँ पहले 1 एकड़ की जमीन पर सामान्य खेती करने से 50,000 रुपये की आवक होती थी... वहीं अब गौ आधारित खेती करने से उसी 1 एकड़ की जमीन पर 5,00,000 रुपये की आवक होती है ! (विस्तार से पढ़ने के लिए... गुजरात समाचार, 5 [...]
आत्मा में दृढ़ अभ्यास और संसार से वैराग्य होते ही स्वभाव सत्ता प्रगट हो जाती है । (With determined practice in the soul & dispassion from the world, the intrinsic power gets manifested.)
हमें गर्व है, हम हिन्दी में बात करते हैं, हिन्दी में लिखते हैं, पढ़ते हैं, कार्य करते हैं.... हिन्दी को बढ़ाएँ, हिन्दी को बचाएँ । हिन्दी को विश्व में फैलाएँ ।
निष्काम कर्म ही अपना सच्चा मित्र है । जैसे पिता पुत्र को अशुभ की ओर से बचाकर शुभ की ओर लगाता है, वैसे ही निष्काम कर्म अपने को श्रेष्ठता प्रदान करते हैं । (Selfless action is our true friend. Just as a father safeguards his son from the inauspicious and deploys him in the auspicious [...]
जिसे अपनी आत्मा में दृढ़ धारणा है और संसार नीरस भासता है - वह पूजनीय, वंदनीय हो जाता है । (Anyone who is firmly established in his soul & deems the world as dull/ boring- becomes worthy of worship & idolization.)
ईश्वर दूर नहीं, भेद नहीं । अनुभवस्वरूप, ज्योति, परम बोध स्वरूप है । (The Supreme is not distant or different. He is an embodiment of experience, radiance & realization.)