
Quote – May 01, 2021
कोई भी कार्य करने के लिए शक्ति की आवश्यकता है । आप साहसी बनिए । धर्म के नाते, अध्यात्म के नाते, चरित्र के नाते अपने आपको बलवान बनाइये । आज दुनिया को वीरों की जरूरत है । जो कमजोर है वह कुचल दिया जाता है ।
Quote – April 30, 2021
बीत गया सो बीत गया- जो सबंध बनाने से बनता है वह कभी टूट भी सकता है। जो सबंध पहले से हैं, बनाया नहीं गया वही सबंध कायम रहता है। वह मिटाए मिट नहीं सकता। जीव और शिव का सबंध आत्मा और परमात्मा का सबंध, गुरु और शिष्य का सबंध, भक्त और भगवान का सबंध [...]
Quote – April 29, 2021
भगवान की ओर से मिल रहे सुख का हम धन्यवाद दें उससे पहले ही वे और ज्यादा करुणा कृपा बरसा देते हैं कैसी करुणा है भगवान की ! धन्य है, धन्य है!! ऐसे जगत्पति जगदीश्वर की जय जयकार हो !!!
Quote – April 28, 2021
मुसीबतें,तकलीफें,वेदना और दुख हमें तब तक निकट और विकट लगते हैं जब तक हम भगवान के और भगवान हमारे निकट नहीं है । भगवान के और हमारे निकट आते ही उन सब का टिकना विकट हो जाता है ।
Shri Hanuman Jayanti – सकल मनोरथ पूर्ण !
सकल मनोरथ पूर्ण !! हनुमान चालीसा का पाठ आपने किया होगा – उसमें ये आता है कि और मनोरथ जो कोई लावे । सोई अमित जीवन फल पावे ।। अमित का अर्थ है असीम । एक ऐसा फल कि जिस फल की कोई सीमा ही न हो । अमर्यादित फल और वो अमर्यादित फल जीवन [...]
Quote – April 26, 2021
एक बार भगवान को अपना बनाने के बाद हम दुखी रह नहीं सकते और भगवान के सिवा पूरी दुनिया को अपना बनाने से हम सुखी नहीं हो सकते। दुःख नासमझी का फल है।
Quote – April 25, 2021
भगवत्प्रेम में स्वतंत्र सुख छुपा है, जब चाहो, जहाँ चाहो, कभी संयोग में, कभी वियोग में, वह प्रेम कम नहीं होता बल्कि बढ़ता ही जाता है ।
Quote – April 24, 2021
भगवान रसमय हैं । उनका ध्यान, स्मरण, चिंतन, दर्शन जीवन को रस से परिपूर्ण कर देता है । रसमय जीवन ही परिपूर्ण आनंद की प्राप्ति करा देता है ।
Quote – April 23, 2021
भगवान के पवित्र नाम और गुणों का खूब प्रेम से स्मरण और कीर्तन करो, आपका कलुषित हृदय पवित्र और रसमय होता जायेगा । शिशु की भाँति सरल, सहज और निर्दोष हो जाओगे ।
Quote – April 22, 2021
आपके नीरस और भक्तिशून्य हृदय में नित्य नूतन रस का व भक्ति के दिव्यानंद का जो संचार कर दे वही संत हैं, वही गुरु, वही सद्गुरु हैं ।