साँई श्री लीलाशाहजी महाराज (प्राकट्य दिवस विशेष) (परम पूज्य साँई लीलाशाहजी की जीवनी ’जीवन सौरभ’ पुस्तक के कुछ अंश ) ब्रह्मज्ञानी महापुरुषों की परंपरा आज भी जीवित है, सद्गुरु स्वामी रामानंदजी महाराज की परंपरा अपने सत्शिष्य संत कबीरदासजी पंथ से लेकर पूज्य संत श्री आशारामजी बापूजी जैसे महापुरुषों तक की ये संत परंपरा आज भी [...]
होली उत्सव, रंगोत्सव है, पोंखोत्सव भी है, फाल्गुन, वसंत और होली - तीनों का संगमोत्सव है । दक्षिण भारत में ‘काम दहन’ नाम से मनाई जाती है होली । असत्य पर सत्य के विजय का उत्सव है होली । वसंत के रंग-राग की बीच आनेवाली होली, धुलेण्डी के रंग... मौज-मस्ती की बारिश-सी करते हैं... उसके [...]
उल्लास और आनंद के समागम के साथ जीवन में रंग भरती होली... जीवन में इसका बड़ा महत्त्व है कि हम कैसे रंगों का समायोजन, अलगाव या जुड़ाव रखते हैं । जीवन में रंग महती भूमिका निभाते हैं । रंगों के माध्यम से ही हम प्रकृति की हरियाली से लेकर सूरज की सुनहरी रोशनी, आसमान का [...]
रंगोत्सव, होलिकोउत्सव की सभी को बधाईयाँ व शुभकामनाएँ... बुरा ना मानो होली है... पल पल रंग बदलती है दुनिया... और लोग पूछते हैं होली कब है? आज है...भाई आज है... “हो”...”ली”... जो हो, ली... मतलब जो बीत चुकी, गुज़र चुकी... उसकी फ़िक्र क्या करना ? क्यूँ करना ? कब तक करना ? जो बीत गयी [...]
पीला : हल्दी और बेसन मिलाकर - गेंदे या टेसू के फूलोंको पानी में उबालकर । यह त्वचा के लिए अच्छे उबटन का काम करता है । जामुनी रंग: चुकंदर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर पानी में भिगो दे। रात भर भीगने दीजिये और सुबह पानी छान लीजिये। लाल और संतरी रंग : मेहंदी सुखाकर [...]
सारी निष्ठुरता त्यागकर सब श्वांसो के श्वांस में बसे अद्वेत को अंगीकार कर ऐसा दीप जलाओ अंतर मन में जो अनंत काल तक आपके विचारों और किए गए कार्यों से जगत को रोशन करता रहे। (Abandon all ruthlessness and embrace Advaita (non-duality) settled in the breaths of all the breath. Ignite such a lamp internally [...]
आइये हम सभी एक-दूसरे का साथ-सहयोग पाकर खुशहाल जिंदगी व्यतीत करें। प्रेम-सहयोग के बल पर परस्पर जिंदगी को सुंदर सरस बनाने का प्रयास करें। भाषाओं की सीमाएँ लाँघकर भावनाओं से ओतप्रोत होकर जिएँ और विश्व को शाश्वत आनंदित जीवन जीने का मार्ग दिखाएँ। Let us all collaborate and lead a joyful life. Let's try to [...]
संसार एक कड़वा वृक्ष है। इसके दो फल ही अमृत जैसे मीठे होते हैं। एक मधुर वाणी और दूसरा सज्जनों की संगति। (The world is a bitter tree. Its two fruits are sweet as nectar. One is a melodious voice, and the other is the presence of saints.)
मजबूत मन वाले बिना शिकायत कष्ट भुगत लेते हैं। कमजोर मन वाले बिना कष्ट भुगते ही शिकायत करते रहते हैं। (Those with Strong will tolerate pain without complaints, whereas weak-minded keep complaining without any troubles.)
व्यसनमुक्त होकर स्वस्थ व आयुष्यमान बनिए...... आत्मबल-दृढ़ इच्छाशक्ति जाग्रत करिए इतिहास इस बात की गवाही देता है कि दुनिया की बड़े में बड़ी विपदा का निवारण आत्मविश्वास और निरन्तर प्रयास से किया जा सकता है । इच्छाशक्ति मनुष्य का बड़े में बड़ा शस्त्र है, बल है । जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास नहीं होता वो दूसरों [...]
जब तक आस्था जीवित होती है, आशा कभी भी मिटती नहीं है और जब तक आशा है तब तक आस्था नष्ट नहीं होती। (As long as faith is alive, hope never disappears and faith is not destroyed as long as there is hope.)
छोटी मोटी मान्यताओंमें, संकीर्णता में और हीन परिकल्पना ओं में उलझने से सामर्थ्य और शक्ति खुलने का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। (The pathway to latent abilities and powers is blocked by getting entangled in preconceived ideas, narrow-mindness and inferior imaginations.)