महर्षि रमण… कि जिन्होंने मुझे परोक्ष रूप से अत्यंत प्रभावित व मार्गदर्शित किया है । अध्यात्म पथ पर अग्रसर करने के लिए वे आज भी सूक्ष्म रूप से प्रेरित करते हैं। जिनके जीवन व उपदेशों से वेदांतिक जीवनशैली की ओर आगे बढ़ने के लिए नव उत्साह का संचार होता है । ऐसे महर्षि रमण कि जिनके आश्रम में रूबरू जाकर मैंने नवीन ऊर्जा का अनुभव किया । आज भी उनकी विलक्षण चेतना महसूस होती है । आज चैत्र शुक्ल विक्रम संवत 14 अप्रैल को उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर पुनः स्मरण का पुण्य लाभ करते हुए उनके उपदेशों का चिंतन करते हुए आप आध्यात्मिक यात्रा को और अधिक बेहतर बना सकते है । उनको सस्नेह भावांजलि समर्पित करते हुए हम गद्गद् और आनंदित हो रहे हैं ।