आज के पथभ्रष्ट और दिशाहीन होते जा रहे युवाओं के लिए चरित्र का सर्वोत्तम आदर्श कोई है तो वह हनुमानजी है। पाश्चात्य अंधानुकरण आदि से जो भी अपना पतन कर चुके हैं वे भी हनुमानजी का स्मरण, चिंतन, पूजन व अनुसरण कर अपना जीवन ओजस्वी-तेजस्वी बना सकते हैं । ( स्रोत : विश्वगुरु ओजस्वी पत्रिका ) April 15, 2022 Spiritual « Prev post Next post »