नारियल द्वारा चिकित्सा
नारियल जटायुक्त फल होता है । इसका छिलका बहुत सख्त होता है । इसको तोड़ने के बाद अंदर गिरी निकलती है, जिसमें पानी भी होता है । स्वाद में यह मीठा होता है । इसमें विटामिन ए न्यूनाधिक मात्रा में होता है ।
पेट के कीड़े : नारियल का पानी पीकर ऊपर से कच्चा नारियल खाने से पेट में कीडों का शमन हो जाता है और शौच करते समय वे मलद्वार से मल के साथ बाहर निकल जाते हैं।
डी–हाइड्रेशन : उल्टी, दस्त, तेज बुखार आदि किसी भी कारण से डी–हाइड्रेशन (जलाभाव) हो जाए, तो कच्चे नारियल के पानी में स्वादानुसार नींबू निचोड़कर घूंट-घूंट भर बार–बार पीने से डी–हाइड्रेशन में लाभ होता है । यदि संदेह होते ही यह प्रक्रिया की जाए, तो डी- हाइड्रेशन होता ही नहीं है ।
गर्भावस्था : नारियल (गोला) और मिश्री २५–२५ ग्राम खाने से प्रसव में दर्द नहीं होता । संतान हृष्ट-पुष्ट होती है । कच्चा नारियल विशेष लाभप्रद है । एक नारियल का पानी गर्भावस्था में नित्य पीते रहने से संतान सुंदर और निरोग पैदा होती है ।
खुजली : ५० गर्म नारियल के तेल में दो नींबू का रस मिलाकर मालिश करने से खुजली दूर होती है ।
ज्वर : नारियल का पानी पीने से ज्वर का ताप कम हो जाता है । ज्वर की तेजी में कमी हो जाती है ।
रुसी या सीकरी : नारियल का तेल एक सौ ग्राम, कपूर चार ग्राम, दोनों को मिलाकर शीशी में रख लें । दिन में दो बार, स्नान के बाद बाल सूख जाने पर और रात में सोने से पहले सिर पर खूब मालिश करें । दूसरे ही दिन से रुसी (सीकरी झड़कर) लाभ प्राप्त होगा ।
बालों का झड़ना : बालों के झड़ने या संवारते समय टूटने पर सिर में एक भाग नींबू का रस व दो भाग नारियल का तेल मिलाकर, उंगलियों की अग्रिम पोरों से धीरे–धीरे बालों की जड़ों में मालिश करने से बालों का झड़ना या टूटना बंद होगा । साथ ही बालों का कोई रोग होगा, तो वो भी समाप्त हो जाएगा ।
दाग–धब्बे : चेहरे पर नारियल का पानी नित्य दो बार लगाते रहने से चेहरे के कील, मुहांसे, चेचक के निशान और दाग-धब्बे आदि दूर हो जाते हैं ।
सिर दर्द : बीस-पच्चीस ग्राम नारियल की सूखी गिरी और इतनी ही मिश्री सूर्य उदय होने से पहले खाने से हर तरह का सिर दर्द बंद हो जाता है ।