आज नो टोबेको डे है !
तम्बाकू मुक्त दिवस !
हमें चाहिये कि हम समाज को, लोगों को व्यसनमुक्ति – तम्बाकू मुक्ति की दिशा में ले जाने का प्रयास करें !
क्या आप जानते हैं कि हर 6 मिनट में तम्बाकू के कारण एक व्यक्ति की मौत होती है !
सिर्फ गुजरात की बात करें तो राज्य में कुल जनसंख्या के 24% लोग हररोज तम्बाकू खाते हैं । 11% बीडी, सिगरेट के व्यसनी हैं । 19% विद्यार्थी भी तम्बाकू का उपयोग करते हैं । ऐसे में, गुजरात के पेटलाद में एक प्रेरक अनोखी घटना घटी है ।
समुबा नामक 70 वर्षीय वृद्धा के पति की तम्बाकू से कैंसर होने के कारण मृत्यु हुई । तब से लेकर समाज को व्यसनमुक्त बनाने के लिए आम के पत्तों की तुलसी – नीम के पावडर युक्त हर्बल सिगरेट बनाकर पिलाती है – अभी तक 300 लोगों को सिगरेट मुक्त बनाया है !
सोनाबेन पुरुषोत्तम को स्थानीय लोग समुबा के नाम से बुलाते हैं ।
एक महात्मा ने इनको इस सिगरेट के बारे में समझाया था । वो तुलसी व नीम के पत्ते डालकर सिगरेट बनाती है । बीडी, सिगरेट के व्यसनी यह हर्बल सिगरेट पीते हैं, तो थोड़े समय में उनकी आदत छूट जाती है । भारत में हर वर्ष 2 लाख कैंसर के केस दर्ज होते हैं ।
आइये, हम सभी, गुरुभाई-गुरुबहने-आश्रमवासी, समितिवाले समुबा से प्रेरणा लेकर, हर्बल सिगरेट के जरिये समाज को बीडी, सिगरेट के व्यसन से मुक्त करने का प्रयास करें ।