मोटापा घटाओ, साइकिल चलाओ
ये कैसा युग है कि जिसमें शुगर पावडर, गन पावडर से ज्यादा खतरनाक है !
क्या आप जानते हो कि वर्ष 2010 में केवल स्थूलता (ओबेसीटी) के कारण होनेवाली बीमारियों के कारण वैश्विक स्तर पर 30 लाख लोग मर गये थे और उसी वर्ष आतंकवादी हमलों में 7,697 लोग मारे गये थे !
अब आपको समझते देर नहीं होनी चाहिए कि आतंकवाद के कारण मरनेवालों की अपेक्षा मोटापे-स्थूलता के कारण मरनेवालों की संख्या कितनी अधिक है… और मोटापे को कंट्रोल करने के लिए विश्वभर में सभी लोगों को जागृत होने की जरूरत है । कुछ हो रहे हैं और फिट रहने के लिए उन्होंने प्रयोग शुरू किये है !
‘सिम्पली पेडल’ साइकल चलानेवालों का एक ग्रुप है, जो एक-दूसरे को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करता है । 2013 से शुरू हुआ यह ग्रुप, जिसमें अबतक 1500 से 2000 लोग जुड़ गये हैं ।
राजदीप मुखर्जी, नयन अरोरा – देहरादून में यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एन्ड एनर्जी स्टडीज के बी.टेक के छात्र हैं जिन्होंने बिजली संचालित साइकिल बनाने का विकल्प निश्चित किया है, जिसे पेडल व बिजली मोड पर कन्वर्ट किया जा सके ।
समाजसेवा और व्यापार के समन्वय के साथ ऐसी सुविधाएँ खड़ी करने का अगर हम दृष्टिकोण रखते हैं तो समाज फिट रहेगा । मोटापा कम करने, पेट घटाने, सुबह गरम पानी पीना अच्छा, सस्ता उपाय है । प्रदूषणमुक्त वातावरण