आँवला नवमी आज के दिन किया गया जप, दान, तर्पण आदि का अक्षय पुण्य होता है। आज कपूर या घी के दीपक से आँवला वृक्ष के समीप दीपदान अवश्य करें। निम्नलिखित मन्त्र का उच्चारण आँवले के वृक्ष की प्रदक्षिणा करते हुए करें : यानि कानि च पापानि जन्मान्तरकृतानि च । तानि सर्वाणि नश्यन्तु प्रदक्षिणे पदे पदे || November 2, 2022 Health Spiritual « Prev post Next post »