जो सबमें अपनी आत्मा का दर्शन करता है वही वास्तव में देखता है। इसलिए किसी को चोट मत पहुंचाओ। मधुर बोलो, मीठा बोलो, सबसे सद्भाव रखो, सबकी सेवा करो, शुभ चिंतन करो।
पवित्र-एकाग्र मन मे अद्भुत शक्तियां आती हैं और यह पवित्रता-एकाग्रता आती है- ध्यान से, परमात्म चिंतन से। इसलिए तन के आहार से भी मन के आहार की, परमात्म-चिंतन की अधिक आवश्यकता है।
अगर जान-बूझकर अथवा आग्रहपूर्वक भूलाए न जाएँ तो बचपन में सीखे हुए नैतिक मूल्य जीवनभर, स्थायी होते हैं । Unless forgotten consciously or deliberately, moral values learned in childhood are permanent throughout life.
धन और पद से किसी व्यक्ति को मिली हुई पहचान, तब तक खोखली है कि जब तक उसके हृदय में दूसरों के प्रति सच्चा लगाव न हो ! संवेदनाहीन ऊँचाई (उच्च पद) किस काम की ? Wealth, position and identity of a person is hollow unless he has genuine affection for others in his heart.What [...]
काल्पनिक कठिनाईयों को कभी भी दूर नहीं किया जा सकता, हाँ, वास्तविक कठिनाईयों को अवश्य मिटाया जा सकता है । असंभव कुछ नहीं, सब संभव है । कोशिश जारी रखनी होगी ।
जीवन, नियतिवश हो, या संयोगजन्य, परिस्थिति या अवस्थाजन्य... उसे हमेशा ऊपर चढ़ने का आधार मानना चाहिए, आराम या पश्चाताप का नहीं । जीवन को हर हाल में उन्नत करते रहने का हमें प्रयास करना चाहिए । चाहे जीवन किसी भी मोड़ पर क्यों न हो ! Life, be it destined or coincidental, circumstantial or conditional... [...]
जो रचनात्मक है, उसे स्वयं को विकसित करते रहना चाहिए । कला जीवन से जुड़ी है । कला का अधिकाधिक विकास जीवन को रसमय बनाता है । सृजन, कलाकार का स्वभाव बन जाए ! नयापन, हमेशा । कुछ नया, कुछ अलग, कुछ अनोखा, कुछ निराला - करने की ललक, यही तो रचनात्मकता आकर्षित करती है! [...]
हर कोई कोशिश करता है दुनिया बदलने के लिए, पर कोई अपने आपको बदलने की नहीं सोचता । जो अपने आपको बदल देता है उसके लिए दुनिया भी बदल जाती है । दुनिया को बदलने की शुरुआत अपने आप से ही करनी चाहिए ।
दानी और बाँटकर खानेवाला जीवन केवल अपने लिए इकठ्ठा करने और रखनेवाले जीवन से कहीं ज्यादा समृद्ध होता है । श्रेष्ठ होता है । A life of sharing and charity is much more prosperous than a life of hoarding and keeping it for oneself. The former is more superior.
अगर दुःख न हो, तो सुख की कद्र कैसे होगी ? अगर विपदा न हो, तो सम्पदा के महत्व का पता कैसे चलेगा ? अगर हानि ही न हो, तो लाभ की कीमत कैसे समझ में आयेगी ? और, इसीलिए ये जरूरी है कि जीवन में दुःख, कष्ट, मुसीबतें, विपदा, परेशानी व हानि भी आए [...]
Heal the Earth Heal our Future... Save the clean & Green Environment Connect people to Nature… I’ m with Nature. Nature is a Gift of GOD So are we. Preserve its beauty, Preserve Life !
अचानक जैसे शरीर में बिजली का संचार होता है, वैसे कभी ऐसी घड़ियाँ आती हैं कि जिसमें हमें अकथनीय रोमांच का अनुभव होता है । वह अनुभूति ऐसी है कि जिसे शब्दों द्वारा व्यक्त कर पाना मुश्किल है । (All of a sudden, there is a transmission of electrical energy in the body. Similarly, there [...]
वैसे तो जीवन जैसे तैसे बीत जाता है पर, वास्तविक जीवन तो उनका है जो किसी मकसद के साथ जीते है । उनका कार्य - उनका जीवन देर सवेर प्रशंसनीय हो जाता है । चाहे फिर वे जनता के बीच रहें या वन में रहें या फिर रहें कारावास में ! वे आपदाओं को अवसर [...]
आप स्वयं को मजबूत बनायें । खुद को बलवान बनायें । अपने आप पर भरपूर आत्मविश्वास बरकरार रखें । खुद पर विजय हासिल करें । क्योंकि, कोई भी व्यक्ति खुद को हराये बिना दुनिया को परास्त नहीं कर सकता । (Make yourself stronger. Make yourself powerful. Sustain enough confidence in yourself. Conquer yourself. Because, no [...]