सद्गुरु समर्थ रामदास की आज्ञा से राष्ट्र सेवा में जीवन समर्पित करनेवाले छत्रपति शिवाजी महाराज :

जिन्होंने गुरु के वस्त्र रूप प्रसाद को महाराष्ट्र का तज बना दिया । कोटि-कोटि प्रणाम उन सद्गुरुओं को, जिन्होंने राष्ट्रसेवा में अपने सत्शिष्यों को प्रवृत्त किया, उनका मार्गदर्शन किया। जनता की सेवा ही जनार्दन की सेवा है ।

Leave comments

Your email is safe with us.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.