समय करवट ले रहा है,
कोरोना महामारी से जो बच गए
वे कोरोना के बाद का नववर्ष,
दीपावली पर्व मनायेंगे…
नई उम्मीदों के साथ…
नए उत्साह के साथ,
बदलते समय में, काल के संग
ताल मिलाते हुए हम आगे बढ़ेंगे !
भय, नकारात्मकता और आशंका के
वातावरण को स्नेह-प्रेम-करुणा –
हिम्मत और उत्साह से, बदलते हुए –
काल के भाल पर पुरुषार्थ से तकदीर की
रेखाएँ खींचेंगे ।
अपने भाग्य के विधाता हम स्वयं
बनकर, तनाव-चिंता-उद्वेग-निराशा को
पाँवों तले कुचलते हुए आइये,
हम अपने लक्ष्य को सिद्ध करें ।
जीवन को सार्थक करें ।
हमारी हुंकार, हमारी सिंह गर्जना
शत्रुओं को कंपित कर दे…
हमारा साहस हमारे मित्रों में उत्साह
भर दे… हमारे कार्य नई क्रांति
कर दें… हमारे प्रयास जग में नया इतिहास
रच दें… चलिए, समय के साथ हम भी करवट लें !
– नारायण साँईं
10/11/2020
अंधेरा मिटाकर, किरण छन रही है
फसल जी उठेगी, नए प्राण पाकर ।
स्वयं मंजिलें ढूँढने चल पड़ेंगी,
कदम तो रखो राह पर तुम उठाकर ।।
मस्त गीत गाते हुए चल रहे हैं,
नया पथ बनाते हुए चल रहे हैं…
गिरों को उठाते हुए चल रहे हैं,
अंधेरा मिटाते हुए बढ़ रहे हैं,
झूमते झूमाते हुए चल रहे हैं… !
चरैवेति… चरैवेति…
आगे बढ़ें… चलते रहें…,
हौंसला बुलंद रखते हुए… !
जग मग रोशन आँगन, दीप जले हर घर में…
मिटे अंधेरा हो उजियारा जग में, जन गण मन में…..
आपको, शुभ दीपावली एवं मंगलमय नववर्ष की प्रेमसहित शुभकामनाएँ…!
Happy Diwali
– नारायण साँईं