भारत- इजरायल कनेक्शन: ‘जेरूसलम गेट’ मुंबई
जेरुसलम इजरायल में है, फिर भी भारत के मुंबई के पास समुद्र में स्थित अलीबाग में ‘जेरुसलम गेट’ है, ये कैसे संभव हुआ यह भी जानिये |
फेरी बोट या मोटर लॉन्च में बैठकर मांडवा जेट्टी उतरकर अलीबाग जानेवाले टूरिस्टों के मन में ‘जेरुसलम गेट’ देखकर आश्चर्य सहित सवाल तो पैदा होता ही होगा, यह स्वाभाविक भी है |
इस गेट का सदियों पुराना इतिहास है | सदियों पहले यहूदीयों को लेकर जानेवाला एक जहाज समुद्री तूफान में ग्रस्त हो गया | भयंकर हवा-तूफान के बीच ऊँची-ऊँची लहरों की चपेटों में आया जहाज यहाँ-वहाँ उपर-नीचे पटकाने लगा | भीतर बैठे सभी यहूदीगण भयभीत हो गये, सभी के प्राणों को जैसे खतरा हो गया | अपना अंतिम समय निकट आया जानकर सभी ईश्वर को याद करने लगे, पुकारने लगे |
यहाँ-वहाँ लहरों से टकराते हुए वह जहाज एक किनारे पहुँच गया, सभी सुरक्षित नीचे उतरे और उपरवाले का आभार मानने लगे |
इन यहूदीयों ने जहाँ पहला कदम रखा वो था अलीबाग के साथ सटा नवगांव | फिर तो वे अलीबाग में बस गये | मराठी भाषा व पहनावा, रहन-सहन अपना लिया | बाद में पाँच दशक के पहले जब यहूदीयों का स्वतंत्र देश इजरायल अस्तित्व में आया और दुनियाभर में बसे यहूदीयो को आमंत्रण मिला, स्वदेश आने का, तो अलीबाग से भी लगभग सभी यहूदी इजरायल पहुँच गये | यहूदीयों के आगमन की गवाही देता यह जेरुसलम गेट आज भी खड़ा है | भारत और इजरायल के संबंध अधिक प्रगाढ़ बन रहे हैं, ऐसे समय में यह गेट भी न टूटे इसकी दरकार करना जरुरी है ऐसा लगता है |