नो फियर,
नो फेल्योर ।
नो फियर ऑफ फेल्योर !
अपने भीतर के डर को संपूर्ण रूपसे खत्म कर दीजिए ।
कदम आगे बढाइये, दृढ़ता के साथ ।
डर के आगे जीत है।
अपना बेस्ट दीजिए ।
शुरुआत तो कीजिए,
बिना डरे, बिना झिझके ।
अगर आपने शुरुआत ही नहीं की, तो कुछ सालों बाद वहीं के वहीं पायेंगे खुदको – जहाँ आप अभी हैं ।
अत: मुश्किल, कठिन, असंभव से दिखने वाले कार्य की शुरुआत कीजिए, बिना डरे….
और आप पायेंगे…
आप सफल होते जा रहे हैं।