कोई भी कार्य करने के लिए शक्ति की आवश्यकता है । आप साहसी बनिए । धर्म के नाते, अध्यात्म के नाते, चरित्र के नाते अपने आपको बलवान बनाइये । आज दुनिया को वीरों की जरूरत है । जो कमजोर है वह कुचल दिया जाता है ।
बीत गया सो बीत गया- जो सबंध बनाने से बनता है वह कभी टूट भी सकता है। जो सबंध पहले से हैं, बनाया नहीं गया वही सबंध कायम रहता है। वह मिटाए मिट नहीं सकता। जीव और शिव का सबंध आत्मा और परमात्मा का सबंध, गुरु और शिष्य का सबंध, भक्त और भगवान का सबंध [...]
भगवान की ओर से मिल रहे सुख का हम धन्यवाद दें उससे पहले ही वे और ज्यादा करुणा कृपा बरसा देते हैं कैसी करुणा है भगवान की ! धन्य है, धन्य है!! ऐसे जगत्पति जगदीश्वर की जय जयकार हो !!!
मुसीबतें,तकलीफें,वेदना और दुख हमें तब तक निकट और विकट लगते हैं जब तक हम भगवान के और भगवान हमारे निकट नहीं है । भगवान के और हमारे निकट आते ही उन सब का टिकना विकट हो जाता है ।
सकल मनोरथ पूर्ण !! हनुमान चालीसा का पाठ आपने किया होगा – उसमें ये आता है कि और मनोरथ जो कोई लावे । सोई अमित जीवन फल पावे ।। अमित का अर्थ है असीम । एक ऐसा फल कि जिस फल की कोई सीमा ही न हो । अमर्यादित फल और वो अमर्यादित फल जीवन [...]
साहित्य की विलक्षण शक्ति... (विश्व पुस्तक दिवस - 23 अप्रैल) साहित्य आनंद देता है, जानकारी देता है, निराशा में नव उत्साह देता है आदि आदि तो सही है ही, लेकिन साहित्य किसी के प्राण बचाये ये तो अद्भुत है, विस्मित करनेवाला है । महान ब्रिटिश लेखिका, जो रहस्य कथा लेखिका के रूप में जानी जाती [...]
भगवान के पवित्र नाम और गुणों का खूब प्रेम से स्मरण और कीर्तन करो, आपका कलुषित हृदय पवित्र और रसमय होता जायेगा । शिशु की भाँति सरल, सहज और निर्दोष हो जाओगे ।