योग निद्रा : कई रोगों में चमत्कारिक परिणाम
शवासन । सीधे लेट जाइये । सोना नहीं है । आँखें बंद । श्वासों को देखिये । विचारों को देखिये दृष्टा बनकर । धीरे आवाज में कोई संगीत की, ध्यान की cd या Mp3 चला दीजिये । ध्यान रहे, नींद न आए । अपने हाथों की पहली अँगुली अँगूठे के नीचे । प्रतिदिन आधा घंटा-एक घंटा ये प्रयोग करें । प्रयोग सरल है, लाभ बहुत हैं ।
विदेशों में भारतीय ऋषि मुनियों की इस टेकनीक का उपयोग बच्चों को अटपटे विषयों को सिखाने के लिए किया जा रहा है । चौंक गए न ?
निरंतर बाहरी दुनिया में दौड़ते हुए मन को और वृत्तियों को अंतर्मुख, अंतर्जगत की ओर मोड़ने की इस प्राचीन अद्भुत विधि की स्वास्थ्य पर असर देखकर डॉक्टर और वैज्ञानिक भी अचंभित हैं, चकित हैं । गीता माणेक (E-mail :- gitamanek@gmail.com) ने इस विषय पर विस्तार से लिखा है ।
विदेशी डॉक्टर – योगनिद्रा, मरीजों को प्रिस्क्राइब कर रहे हैं । हैदराबाद की वैज्ञानिकों की टीम ने साबित किया है कि योगनिद्रा की मानसिक आरोग्य पर बहुत गहरी और सकारात्मक असर होती है ।