

विवाह करते समय संतानों के लिए भी संकल्प लीजिए ! सोलह संस्कारों में से एक है विवाह, लेकिन अब विवाहोत्सव चौथी इंडस्ट्री बन गया है, संस्कार उद्योग में बदल गया है । चूँकि जब दृष्टिकोण व्यावसायिक होता है, तो मूल उद्देश्य खो जाता है । व्यवसाय का झुकाव भोग-विलास, सुख-सुविधा, साधन-संपन्नता इसी में होता है […]
न्याय, समानता और आजादी के लिए खतरा हैं ये 4 कानून 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद जब संसद का पुनर्गठन किया गया था, तो इस स्तंभकार ने आठ कानूनों की सूची तैयार की थी, जिन पर केंद्र सरकार को विचार करके उन्हें निरस्त करना चाहिए । अब जब संसद का शीतकालीन सत्र आधा बीत […]
दुःख, अभावों और शोषण से जद्दोजहद करनेवाले, अन्याय, अत्याचार, दमन और यातना से पीड़ित, अकेलेपन से जूझ रहे कई बंदीवानों के लिए मानों पूज्य श्री नारायण साँईं जी किसी पैगम्बर, औलिया से कम नहीं । जहाँ सारे रास्ते बंद दिखाई देते हैं, वहाँ पूज्य श्री नारायण साँईं जी ही उनको आशा की किरण के रूप […]