चाहे कहो ब्रह्मचारिणी या स्कंदमाता, महागौरी या कहो सिद्धिदात्री, माँ आदिशक्ति के स्वरूप में चरितार्थ होती है नारी शक्ति । नवरात्रि की आराधना में हूबहू प्रतीत है स्त्रीत्व का शुभ साक्षात्कार ! जिसमें माँ अंबा विभिन्न रूपों में व्याप्त है सम्पूर्ण सृष्टि में ! हर नर-नारी पूजे शक्ति को, स्वयं में करें शक्ति का संचार [...]
धर्म रक्षा करें हम ! "गमों के पहाड़ आएँ भी तो, हरदम मुस्कुराना सीखें हम । काले दाग बुरे वक्त के जो, हिम्मत से उनको मिटाना, सीखें हम ।।" धर्म रक्षा करें हम । भारत को विश्वगुरु बनाने आसुरी तत्त्वों से डटकर मुकाबला करें हम । । संस्कृति को मिटाने की साजिशों को समझें हम [...]
जानिए... स्वयं को ! उतरिए अपने भीतर... देखिए... खुद को... महसूस कीजिए, अपने अस्तित्व को, अपनी क्षमताओं को ! एक चिंगारी में क्या ताकत है... शायद एक तिल्ली को नहीं पता... ! आपमें भी अनंत, असीम ऊर्जा का भंडार भरा है । ये बहिर्मुख होकर नहीं, अंतर्मुख होकर ही पता चलेगा ! खुद के लिए, [...]
पूज्य साँई जी द्वारा लिखित कविता: अब कुछ बड़ा करना है.... बनकर पर्वत बादलों को छूना है, अब कुछ बड़ा करना है... छोड़कर पगडंडी रास्ते, राजमार्ग पर चलना है, मुझे अब मुझसे ही मिलना है, अब कुछ बड़ा करना है... चाहे उड़े सब आसमां में, मुझे तो शून्यावकाश में तैरना है, अब कुछ बड़ा करना [...]
आओ पौधे लगाएँ... पौधे बनाएँ... World Environment Day - 5 June जहाँ आधुनिक मनोविज्ञान की परिसमाप्ति होती है, वहीं से अध्यात्म मनोविज्ञान का प्रारंभ होता है। अपनी दृष्टिको सीमित तथा क्षणिक स्वार्थों से हटाकर, भारतीय आध्यात्मिक ज्ञान-विज्ञान को प्राप्त करने की अभिलाषा करो, जिसके सहारे विश्व-वसुंधरा पर सुख-शांति का साम्राज्य स्थापित हो सकता है। व तुम्हारा [...]
रंगोत्सव, होलिकोउत्सव की सभी को बधाईयाँ व शुभकामनाएँ... बुरा ना मानो होली है... पल पल रंग बदलती है दुनिया... और लोग पूछते हैं होली कब है? आज है...भाई आज है... “हो”...”ली”... जो हो, ली... मतलब जो बीत चुकी, गुज़र चुकी... उसकी फ़िक्र क्या करना ? क्यूँ करना ? कब तक करना ? जो बीत गयी [...]
समय करवट ले रहा है, कोरोना महामारी से जो बच गए वे कोरोना के बाद का नववर्ष, दीपावली पर्व मनायेंगे... नई उम्मीदों के साथ... नए उत्साह के साथ, बदलते समय में, काल के संग ताल मिलाते हुए हम आगे बढ़ेंगे ! भय, नकारात्मकता और आशंका के वातावरण को स्नेह-प्रेम-करुणा - हिम्मत और उत्साह से, बदलते [...]
अंतर खोज की दिशा में आगे बढ़ें ! बहोत ही सरल बात है मेरी, और आप समझदार है तो पक्का, आपके हृदय तक मेरी बात पहुँचने में देर नहीं लगेगी । मुझे कठिन शब्द उपयोग करने की जरूरत नहीं । लंबी भाषणबाजी का भी कोई अर्थ नहीं । बस, बात इतनी-सी है : "अंतर खोज [...]