पर्यावरण सुरक्षा के लिए पूज्य श्री नारायण साँई जी का संदेश... मैं चाहता हूँ भारतदेश के हम सभी नागरिक आज से इस धरती को बचाने के लिए और पर्यावरण की रक्षा के लिए 'स्वेप रिवोल्यूशन' की शुरुआत करें । मैंने पूर्व में भी सत्याग्रह शुरू किया था, पूरा दिन उपवास रखा था । इस एक [...]
भारत सरकार, भारत की सभी राज्य सरकारों एवं जागृत नागरिकों, समाजसेवी संगठनों को युवा ऋषि, तेजस्वी नारायण साँईं का संदेश... देश की इस समस्या के प्रति अब सरकारों को जागने व काम करने की जरूरत है कि कई राज्यों में विलायती बबूल ने हजारों एकड़ जमीन को घेर रखा है व इसके कारण पशु-पक्षियों को [...]
'सबमें भारत और भारत में सब' आइये, लोकतंत्र बचाएँ, देश की स्वतंत्रता के रक्षक बनें और भारत की आत्मा को जिन्दा बनाये रखें । - नारायण साँईं मैं, भारतीय विद्या भवन के संस्थापक और कुलपति के. एम. मुनशी के उमदा विचार नवनीत मासिक पत्रिका के अक्टूबर 2019 के अंक में पढ़ रहा था । उनके [...]
पर्यावरण के प्रति जागरूकता और समाधान पर्यावरण की अवहेलना के गंभीर दुष्परिणाम समूचे विश्व में परिलक्षित हो रहे हैं । अब सरकार जितने भी नियम-कानून लागू करें उसके साथ साथ जनता की जागरूकता से ही पर्यावरण की रक्षा संभव हो सकेगी । इसके लिए कुछ अत्यंत सामान्य बातों को जीवन में दृढ़तापूर्वक अपनाना आवश्यक है [...]
साँईं की प्रतीक्षा में !! नारायण साँईं..... कि जो कई वर्षों तक अँधेरे की दुनिया में रहे, कारावास में पाँच साल से भी अधिक समय जिन्होंने बेबुनियाद आरोपों के तहत राजनीतिक तेजोद्वेष के कारण व्यतीत किया । गेलेलियो एक महान वैज्ञानिक हो गए, जब उन्होंने कहा कि पृथ्वी घूमती है, सूर्य खड़ा है तो यह [...]
नारायण साँई के दिल की बात (2019 – 6th message) बुलेटिन शुभ संदेश पढ़े – पढाऐं सबको पहुँचाऐं ओजस्वी जीवनशैली अपनाकर, विश्वगुरु भारत बनाऐ पुरुषार्थ एवं कर्मठता के महान कर्मयोगी, सादगी – सहयोग एवं सद्भाव के पालनकर्ता, सामाजिक उत्थान में सक्रिय, विश्वगुरु भारत के स्वप्नदृष्टा, ओजस्वी अध्यात्म के प्रणेता, साँई सेवा महिला गृह उद्योग के [...]
पूज्य श्री नारायण साँईं जी द्वारा बसंत पंचमी (10 फरवरी, 2019) निमित्त एक काव्यधारा... सबको बसंत पंचमी की बहुत-बहुत बधाई...!! एक कवि की बहुत खूबसूरत कविता साझा करता हूँ :- सरसों के खेतों में, सतरंगी रेतों में, बरगद पे पेत्तों में, पीपल की शाखों पे, पंछी की पाँखों पे, छाया वसंत है... गोरीके गालों में, [...]
मंदारिन नहीं, हिंदी है विश्व की नंबर वन भाषा... नोटियाल की शोध रिपोर्ट में खुलासा मंदारिन नहीं, हिंदी है विश्व की नंबर वन भाषा चीन की भाषा से 200 मिलियन ज्यादा लोग बोलते हैं हिंदी विश्व में प्रचारित किया जाता है कि चीन की मंदारिन सबसे अधिक बोली जानेवाली भाषा है, लेकिन हिंदी ने [...]
क्या मानव जीवन की कमान सृष्टि के हाथों में ? इस प्रश्न पर चिंतन–मनन करते हुए समझें कि पर्यावरण का संरक्षण व परिवर्धन का संदेश भारतीय जीवन–दर्शन के आधार चिंतन में निहित है | यहाँ अनादि काल से दिन का प्रारंभ सूर्य को अर्घ्य व तुलसी को जल देकर करने की परंपरा रही है | [...]
दान करो खुशियाँ पाओ, फैलाओ... दान करके खुशियाँ पाना और बाँटना है बहुत सरल... आपके उपयोग में न आनेवाला कोई नया-पुराना कंबल, कोई शॉल, स्वेटर, टोपी, मफलर, गरम वस्त्र... जो आपके घर में यूँ पड़ा है... उसे दान कर दीजिये । आपके पास है कोई पेन, पेन्सिल का बॉक्स, कोई पुरानी पुस्तक, कोई खिलौना, आपके [...]
योग दिवस की तरह रक्षाबंधन को भी मिले अन्तराष्ट्रीय मान्यता ! 'रक्षाबंधन'... पर्व है स्नेह का ! पर्व है शुभ भाव का ! पर्व है सुरक्षा के संकल्प का ! पर्व है अपनत्व का ! कभी-कभी लगता है विदेशियों को भारतीय संस्कृति के पर्वों की नकल करने की एक धुन-सी चढ़ गयी है । वे [...]
सोश्यल मीडिया : कितना सच कितना झूठ... एक बनावटी, झूठी और ढोंगी दुनिया को समझो... बात कड़वी है यह सच है लेक्सी हेरिक की, जो कि वे एक मनोवैज्ञानिक है और समाजशास्त्री हैं । उन्होंने 'हाफिंग्सन पोस्ट' में आज के सोश्यल मीडिया के बारे में कहा है कि - किस-किस स्तर पर हमारी जीवनशैली को [...]