कितना अनोखा है वात्सल्य ! शुद्धतम प्रेम !

सर्जक है, उत्पादक है, निर्मात्री है

बालक की निर्दोषता और माँ का अनोखा प्रेम सदा संसार में आकर्षण का विषय बना रहेगा !

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