मकर संक्रान्ति व उत्तरायण विशेष संदेश 2020
संवेदनाओं के सागर में,
स्नेह के गागर छलक रहे हैं…
लेकिन गागर की बूँदों में कुछ थोड़ी-सी मिठास खूट रही है ।
आओ, दिल में प्रेम जगा लें,
मनमुटाव को दूर करें !
वैर-वैमनस्य नफरत को अब अपने मन से दूर करें !
खुशियों के रंग बढ़ा दें, जीवन को उपवन बना लें ।
उपवन की मधुर लहर में सुगंध कहीं अब खूट न जाए !
प्रगति की कहीं अंधी दौड़ में, हमारा साथ छूट न जाए ।
मौज ही मौज तभी रहेगी जब हमारी एकता अटूट रहेगी,
एकत्व हमारा, क्रांति लायेगा, जग में खुशहाली लायेगा
प्रेम धर्म में डटे रहें हम, चाहे जो कुछ हो जाए,
एक-दूजे के साथ बिना, हम कैसे आगे बढ़ पायेंगे ?
आओ, दिल में स्नेह जगा लें,
आओ, मन में प्रेम जगा लें,
मनमुटाव को दूर करें !
खुशियों के जीवन में रंग भर दें,
स्नेह के गागर छलका दें !
संवेदनाओं के सागर में,
आओ, जीवनभर सैर करें…
मौज करें…
क्या बात है ! अफ़लातून… !
Happy Uttarayan
मकर संक्रांति की बधाई, शुभकामनाएँ… !
नारायण साँईं ‘ओहम्मो’
January, 2020