“यह भी गुजर जायेगा…..”

जब, अनुकूलता – सुख-सुविधा में फिसल जाएँ हम, और –
जब, प्रतिकूलता – दुख-संकट में घिर जाएँ हम,
तब – अपने आपको आश्वासन दीजिए, ढांढस बंधाइये व धैर्य के साथ – शांति से, मन को समभाव में लाते हुए समझाइये – सोचिए कि –
“हाँ, यह भी तो गुजर ही जायेगा न !”
सर्व स्थितियों में, सुख में – दुःख में, धनिक या निर्धन अवस्था में,
बीमारी या आरोग्यपूर्ण स्थिति में,
प्रशंसा हो तब या निंदा-अपमान-तिरस्कार हो तब,
लाभ हो रहा हो तब या फिर घाटा हो रहा हो तब,
अगर नजर रखोगे इस सूत्र पर कि –

अवश्य ! यह भी तो गुजर ही जायेगा…!

तो, मैं विश्वास दिलाता हूँ कि आपकी जिंदगी में चाहे कैसी भी परिस्थिति आए, आप हिम्मत नहीं हारेंगे, हौंसला नहीं खोयेंगे, अवसाद में नहीं डूबेंगे और शोक में निमग्न नहीं होंगे ! आप में ताकत भर देगा यह सूत्र, प्रसन्नता से हर हालातों का मुकाबला कर लेंगे आप !
– नारायण साँईं

Leave comments

Your email is safe with us.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.