नवरात्रि का आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्त्व नवरात्रि शब्द से नव अहोरात्रौ (विशेष रात्रियों) का बोध होता है । इस समय शक्ति के नव रूपों की उपासना की जाती है, क्योंकि रात्रि शब्द सिद्धि का प्रतीक माना जाता है । भारत के प्राचीन ऋषि-मुनियों ने रात्रि को दिन की अपेक्षा अधिक महत्त्व दिया है । यही [...]
आईये एक नयी परम्परा अपनाएँ - गणेश चतुर्थी पर मिट्टी की मूर्ति स्थापित करें। गणेश उत्सव की परम्परा में पर्यावरण के दृष्टिकोण को शामिल करें... क़ुदरत को संभाले, क़ुदरत हमें संभालेगी ।मिट्टी की प्रतिमा स्थापित करें।POP में से बनी हुई मूर्तियाँ जलाशयों को प्रदूषित करती हैं। इस बार घर में मिट्टी के गणपति की स्थापना [...]
कृष्ण को कलाकार प्रिय है और कलाकारों को श्री कृष्ण प्रिय है ... कला जीवन को बेहतर बनाती है । मोर का नृत्य, कोयल का स्वर, सोलह कलाओं से खिला हुआ पूर्णमासी का चंद्र, भला ऐसा कौन अभागा होगा जिसको पसंद ना आता हो ? यही तो कला है जो ह्रदय को छूती है, भाती [...]
हे प्रभु ! हे हरि ! हे महादेव! हे शंभो ! हे केशव कृष्ण मुरारी ! हमारे जीवन में आपके प्रति अनन्य और अखंड प्रेम की आप ही रक्षा करना ! आपके प्रति श्रद्धा-विश्वास बरकरार रहे । हमारे जीवन में सत्य, प्रेम, करुणा के भाव जीवन भर बने रहें । हमारे जीवन में आनंद के [...]
रक्षाबंधन पर्वोत्सव मनाइये, पवित्र संबंधों को मजबूत बनाइये ! भारतीय संस्कृति का यह पर्व है पवित्रता का, प्रेम का, आत्मीयता का और भाई-बहन के संबंधों के पुण्य स्मरण का । बहन की सुरक्षा का, भाई की उन्नति का, सद्भाव का और परस्पर स्नेह की अनुभूति का ! भाई और बहन, भाई और भाई, पिता और पुत्र, [...]
ओ मेरी बहना !! मेरी बहना, प्यारी दुलारी बहना तुम्हारे उज्ज्वल, ओजस्वी आध्यात्मिक जीवन की ढेरों शुभकामनायें देता हूँ और तुम्हारी राखियों को स्नहे सहित स्वीकार करता हूँ।
प्रतिवर्ष श्रावणी-पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार होता है, इस दिन बहनें अपने भाई को रक्षा-सूत्र बांधती हैं । यह रक्षा सूत्र यदि वैदिक रीति से बनाई जाए तो शास्त्रों में उसका बड़ा महत्व है । वैदिक रक्षा सूत्र बनाने की विधि : इसके लिए ५ वस्तुओं की आवश्यकता होती है - (१) दूर्वा (घास) (२) [...]
भारत में अगस्त के प्रथम सप्ताह को मैत्री दिवस मनाया जाता है। मैत्री सम्बन्ध स्थापित करने का प्रस्ताव : श्रेष्ठ लोगों का संगठित होकर मैत्री युक्त प्रयास विश्व को बेहतर बनाता है। मैं आपसे मैत्री करना चाहता हूँ। मैत्री होती है हवा की तरह निर्बन्ध । सूर्य प्रकाश की तरह सर्वव्यापी । जीवन को मधुर, [...]
इस पृथ्वी पर न जाने कितने जीव जन्म लेते हैं और मृत्यु को प्राप्त होते हैं । पर ‘जन्म कर्म च मे दिव्यं जिनका जन्म दिव्य है, जिनका कर्म दिव्य है, जिन्होंने अपने आप को जान लिया है, जो अपने आत्मानंद में मस्त है ऐसे संत, महापुरुष अरूपी और अनामी होते हुए भी जो नाम [...]
मैं चाहता हूँ कि भारतीय योग को विश्व के सभी देशों में पहुँचाना चाहिए और इसीलिए स्वयं को और दुनिया को स्वस्थ, प्रसन्न रखने के लिए तथा दीर्घायुष्य के लिए योग को दैनिक जीवन में शामिल करना चाहिए । करो योग, रहो निरोग ।
आओ पौधे लगाएँ... पौधे बनाएँ... World Environment Day - 5 June जहाँ आधुनिक मनोविज्ञान की परिसमाप्ति होती है, वहीं से अध्यात्म मनोविज्ञान का प्रारंभ होता है। अपनी दृष्टिको सीमित तथा क्षणिक स्वार्थों से हटाकर, भारतीय आध्यात्मिक ज्ञान-विज्ञान को प्राप्त करने की अभिलाषा करो, जिसके सहारे विश्व-वसुंधरा पर सुख-शांति का साम्राज्य स्थापित हो सकता है। व तुम्हारा [...]
साहित्य की विलक्षण शक्ति... (विश्व पुस्तक दिवस - 23 अप्रैल) साहित्य आनंद देता है, जानकारी देता है, निराशा में नव उत्साह देता है आदि आदि तो सही है ही, लेकिन साहित्य किसी के प्राण बचाये ये तो अद्भुत है, विस्मित करनेवाला है । महान ब्रिटिश लेखिका, जो रहस्य कथा लेखिका के रूप में जानी जाती [...]
जीवदया अभियान जहाँ मनुष्यता वहाँ प्रभुता... सनातन संस्कृति में जो भी अवतार या संत हुए हैं, उन सभी ने संसार के आगे हमेशा यही आदर्श रखा है कि, केवल मनुष्य ही नहीं बल्कि प्राणिमात्र में परमात्मा का निवास है। सभी प्राणी उस परमात्मरूपी धागे में पिरोए हुए मोतियों के समान हैं, किसीका भी स्वतंत्र अस्तित्व [...]
होली उत्सव, रंगोत्सव है, पोंखोत्सव भी है, फाल्गुन, वसंत और होली - तीनों का संगमोत्सव है । दक्षिण भारत में ‘काम दहन’ नाम से मनाई जाती है होली । असत्य पर सत्य के विजय का उत्सव है होली । वसंत के रंग-राग की बीच आनेवाली होली, धुलेण्डी के रंग... मौज-मस्ती की बारिश-सी करते हैं... उसके [...]
पीला : हल्दी और बेसन मिलाकर - गेंदे या टेसू के फूलोंको पानी में उबालकर । यह त्वचा के लिए अच्छे उबटन का काम करता है । जामुनी रंग: चुकंदर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर पानी में भिगो दे। रात भर भीगने दीजिये और सुबह पानी छान लीजिये। लाल और संतरी रंग : मेहंदी सुखाकर [...]
व्यसनमुक्त होकर स्वस्थ व आयुष्यमान बनिए...... आत्मबल-दृढ़ इच्छाशक्ति जाग्रत करिए इतिहास इस बात की गवाही देता है कि दुनिया की बड़े में बड़ी विपदा का निवारण आत्मविश्वास और निरन्तर प्रयास से किया जा सकता है । इच्छाशक्ति मनुष्य का बड़े में बड़ा शस्त्र है, बल है । जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास नहीं होता वो दूसरों [...]