भारत में अगस्त के प्रथम सप्ताह को मैत्री दिवस मनाया जाता है।
मैत्री सम्बन्ध स्थापित करने का प्रस्ताव :
श्रेष्ठ लोगों का संगठित होकर मैत्री युक्त प्रयास विश्व को बेहतर बनाता है। मैं आपसे मैत्री करना चाहता हूँ। मैत्री होती है हवा की तरह निर्बन्ध । सूर्य प्रकाश की तरह सर्वव्यापी । जीवन को मधुर, सुखमय बनाती है मैत्री । गरीब अमीर के बीच की खाई मिटाती है मैत्री । श्री कृष्ण सुदामा की मैत्री कितना सुन्दर प्रमाण है ! उनकी मैत्री आज भी कितनी प्रेरणा देती है। आपको मैं मेरे मित्र वर्ग में शामिल करना चाहता हूँ । क्या स्वीकार है आपको मुझसे मैत्री (दोस्ती) का यह प्रस्ताव ? मुझे आशा है, कि निराश नहीं होना पड़ेगा, आप अवश्य स्वीकार करेंगे मेरा यह मैत्री प्रस्ताव ! मैत्री का कारण मैत्री ही है। आशा है – हमारी मैत्री हमारे जीवन में परस्पर जान, प्रेम, अनुभव को विकसित करेगी । दुनिया को बेहतर बनाएगी ! आपसे मैत्रीपूर्ण संबंधों को सुविकसित करने की आशा में प्रत्युत्तर की अपेक्षा के साथ।

Leave comments

Your email is safe with us.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.