बीत गया सो बीत गया- जो सबंध बनाने से बनता है वह कभी टूट भी सकता है। जो सबंध पहले से हैं, बनाया नहीं गया वही सबंध कायम रहता है। वह मिटाए मिट नहीं सकता। जीव और शिव का सबंध आत्मा और परमात्मा का सबंध, गुरु और शिष्य का सबंध, भक्त और भगवान का सबंध [...]
जिनके जीवन में क्षमा, सरलता, संतोष, दया और सत्य ये 5 गुन आ गए उनका जीवन अमृत तुल्य हो जाता है। (Life becomes like nectar for those bestowed with these five merits - forgiveness, simplicity, satisfaction, compassion, and truth.)
जो चित में है और जो बाहर है दोनों ही मिथ्या है। अपने मन में जो भरा है वही भीतर और बाहर दिखता है। परंतु तुम तो मन से, बुद्धि से, बाहर व भीतर दोनों से ऊपर उठ जाओ। तब तुम देखोगे कि सब कल्पना ही है, मन का विलास है, भ्रम है, स्वप्न है, [...]
शिव मंदिरों में भगवान शिव को केवल दूध से अभिषेक करने के बदले प्रतीकात्मक थोड़ा-सा दूध और गंगाजल अन्य जल में मिलाकर उस जल से अभिषेक करना और बाकी का दूध गरीब बच्चों को पिलाना ये एक नई और अच्छी पहल होगी | भारतीय गौ-रक्षा मंच ने देशभर में ऐसी शुरुआत की है, मुझे खुशी [...]
तुम्हारा और मेरा नित्य संबंध है, था और रहेगा इसमें कोई संशय नहीं है। कोई इसे मिटा भी नहीं सकता क्योंकि हमारे अस्तित्व से ही जगत का अस्तित्व है। मैं प्रकाशक जगत प्रकाश्य, मैं द्रष्टा जगत दृश्य।
कई महिलाओं ने , नारियों ने अपने हौसले को बुलंद रखकर विपरीत और कठिन परिस्थितियों में अपनी उन्नति की और कठिन सफ़र को तय किया !! ये वे महिलाएँ हैं जिनको देखकर अन्य महिलाएँ प्रेरणा लेती हैं ।
उठो! उठो!! उठो!!! अपने स्वरुप में डेरा लगाओ और विराट स्वरुप के सिंहासन पर आरूढ़ हो जाओ, फिर आपके केवल एक संकेत से ही संसार के सारे कार्य पूरे होते चले जाएंगे।
आप अपने को कभी छोड़ नहीं सकते और पर को कभी रख नहीं सकते जिसको आप छोड़ नहीं सकते हैं उसका नाम है आत्मा-परमात्मा और जिसे आप रख नहीं सकते हैं उसका नाम है माया,प्रकृति,प्रतीति। तो जिसे आप छोड़ नहीं सकते उस का ज्ञान पा लो और जिसे रख नहीं सकते उससे ममता हटा लो, [...]
यदि शास्त्रों का वेत्ता भी हो और सर्वधर्म से पूर्ण हो तो भी यदि वासना से मुक्त नहीं हुआ तो बंधन में बंधा ही है। जिस पुरुष ने आत्म चिंतन का अभ्यास किया है और उससे ज्ञान रूपी अग्नि उपजाकर वासना के बीज को जलाया है,उसको फिर संसार-भ्रम नहीं होता ।