रक्षाबंधन पर्वोत्सव मनाइये, पवित्र संबंधों को मजबूत बनाइये !

भारतीय संस्कृति का यह पर्व है पवित्रता का, प्रेम का, आत्मीयता का और भाई-बहन के संबंधों के पुण्य स्मरण का । बहन की सुक्षा का, भाई की उन्नति का, सद्भाव का और परस्पर स्नेह की अनुभूति का ! भाई और बहन, भाई और भाई, पिता और पुत्र, गुरु और शिष्य, बहन और बहन-एक-दूजे के प्रति शुभ संकल्प करें ! एक-दूजे की सुक्षा करें! एक-दूसरे की उन्नति चाहें और प्रसन्न हों ! आइये, रक्षाबंधन के उत्सव को, श्रावणी पूर्णिमा को अब बदलते समय के साथ नए अंदाज में मनाएँ, नई दृष्टि से देखें और मानव-मानव के बीच स्नेह बढ़ाएँ ! पेड़ों को, वटवृक्ष, पीपल आदि 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाले वृक्षों को राखी बाँधे । जीवनभर उनकी रक्षा, सुरक्षा का संकल्प लें। प्रकृति से मैत्री बढ़ाएँ !

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