इस दिन गाय का पूजन करे, ग्रास देकर परिक्रमा करने से सब प्रकार की अभिष्ट सिद्धि होती है। देशी गाय के दर्शन एवं स्पर्श से पवित्रता आती है, पापों का नाश होता है। गोधूलि (गाय की चरणरज) कातिलककरनेसेभाग्यकीरेखाएँबदलजातीहैं। 'स्कंद पुराण' में गौ- -माता में सर्व तीर्थों और सभी देवताओं का निवास बताया गया है।
ज्योतियों का पर्व दीपावली : धन त्रयोदशी / धनतेरस सुबह लाल फूल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य देकर भगवान धन्वंतरि और सूर्यदेव से आरोग्य के लिए प्रार्थना करे और सायंकाल घर के बाहर मुख्य द्वार पर एक पात्र में गेहूँ, चावल व गुड़ रखकर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके यमदेव के निमित्त दीपदान करने से [...]
We have to assimilate/imbibe in ourselves the nectarine precept “All in One, One in all” bestowed by our revered SadGurudev and this philosophy needs to be evolved in each & every ruler, citizen & country. Only then a beneficent, joyous & blissful world could be created and this is my firm conviction. In this context [...]
नवरात्रि का आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्त्व नवरात्रि शब्द से नव अहोरात्रौ (विशेष रात्रियों) का बोध होता है । इस समय शक्ति के नव रूपों की उपासना की जाती है, क्योंकि रात्रि शब्द सिद्धि का प्रतीक माना जाता है । भारत के प्राचीन ऋषि-मुनियों ने रात्रि को दिन की अपेक्षा अधिक महत्त्व दिया है । यही [...]
आईये एक नयी परम्परा अपनाएँ - गणेश चतुर्थी पर मिट्टी की मूर्ति स्थापित करें। गणेश उत्सव की परम्परा में पर्यावरण के दृष्टिकोण को शामिल करें... क़ुदरत को संभाले, क़ुदरत हमें संभालेगी ।मिट्टी की प्रतिमा स्थापित करें।POP में से बनी हुई मूर्तियाँ जलाशयों को प्रदूषित करती हैं। इस बार घर में मिट्टी के गणपति की स्थापना [...]
कृष्ण को कलाकार प्रिय है और कलाकारों को श्री कृष्ण प्रिय है ... कला जीवन को बेहतर बनाती है । मोर का नृत्य, कोयल का स्वर, सोलह कलाओं से खिला हुआ पूर्णमासी का चंद्र, भला ऐसा कौन अभागा होगा जिसको पसंद ना आता हो ? यही तो कला है जो ह्रदय को छूती है, भाती [...]
हे प्रभु ! हे हरि ! हे महादेव! हे शंभो ! हे केशव कृष्ण मुरारी ! हमारे जीवन में आपके प्रति अनन्य और अखंड प्रेम की आप ही रक्षा करना ! आपके प्रति श्रद्धा-विश्वास बरकरार रहे । हमारे जीवन में सत्य, प्रेम, करुणा के भाव जीवन भर बने रहें । हमारे जीवन में आनंद के [...]
रक्षाबंधन पर्वोत्सव मनाइये, पवित्र संबंधों को मजबूत बनाइये ! भारतीय संस्कृति का यह पर्व है पवित्रता का, प्रेम का, आत्मीयता का और भाई-बहन के संबंधों के पुण्य स्मरण का । बहन की सुरक्षा का, भाई की उन्नति का, सद्भाव का और परस्पर स्नेह की अनुभूति का ! भाई और बहन, भाई और भाई, पिता और पुत्र, [...]
ओ मेरी बहना !! मेरी बहना, प्यारी दुलारी बहना तुम्हारे उज्ज्वल, ओजस्वी आध्यात्मिक जीवन की ढेरों शुभकामनायें देता हूँ और तुम्हारी राखियों को स्नहे सहित स्वीकार करता हूँ।
प्रतिवर्ष श्रावणी-पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार होता है, इस दिन बहनें अपने भाई को रक्षा-सूत्र बांधती हैं । यह रक्षा सूत्र यदि वैदिक रीति से बनाई जाए तो शास्त्रों में उसका बड़ा महत्व है । वैदिक रक्षा सूत्र बनाने की विधि : इसके लिए ५ वस्तुओं की आवश्यकता होती है - (१) दूर्वा (घास) (२) [...]
भारत में अगस्त के प्रथम सप्ताह को मैत्री दिवस मनाया जाता है। मैत्री सम्बन्ध स्थापित करने का प्रस्ताव : श्रेष्ठ लोगों का संगठित होकर मैत्री युक्त प्रयास विश्व को बेहतर बनाता है। मैं आपसे मैत्री करना चाहता हूँ। मैत्री होती है हवा की तरह निर्बन्ध । सूर्य प्रकाश की तरह सर्वव्यापी । जीवन को मधुर, [...]
इस पृथ्वी पर न जाने कितने जीव जन्म लेते हैं और मृत्यु को प्राप्त होते हैं । पर ‘जन्म कर्म च मे दिव्यं जिनका जन्म दिव्य है, जिनका कर्म दिव्य है, जिन्होंने अपने आप को जान लिया है, जो अपने आत्मानंद में मस्त है ऐसे संत, महापुरुष अरूपी और अनामी होते हुए भी जो नाम [...]
मैं चाहता हूँ कि भारतीय योग को विश्व के सभी देशों में पहुँचाना चाहिए और इसीलिए स्वयं को और दुनिया को स्वस्थ, प्रसन्न रखने के लिए तथा दीर्घायुष्य के लिए योग को दैनिक जीवन में शामिल करना चाहिए । करो योग, रहो निरोग ।
आओ पौधे लगाएँ... पौधे बनाएँ... World Environment Day - 5 June जहाँ आधुनिक मनोविज्ञान की परिसमाप्ति होती है, वहीं से अध्यात्म मनोविज्ञान का प्रारंभ होता है। अपनी दृष्टिको सीमित तथा क्षणिक स्वार्थों से हटाकर, भारतीय आध्यात्मिक ज्ञान-विज्ञान को प्राप्त करने की अभिलाषा करो, जिसके सहारे विश्व-वसुंधरा पर सुख-शांति का साम्राज्य स्थापित हो सकता है। व तुम्हारा [...]
साहित्य की विलक्षण शक्ति... (विश्व पुस्तक दिवस - 23 अप्रैल) साहित्य आनंद देता है, जानकारी देता है, निराशा में नव उत्साह देता है आदि आदि तो सही है ही, लेकिन साहित्य किसी के प्राण बचाये ये तो अद्भुत है, विस्मित करनेवाला है । महान ब्रिटिश लेखिका, जो रहस्य कथा लेखिका के रूप में जानी जाती [...]
जीवदया अभियान जहाँ मनुष्यता वहाँ प्रभुता... सनातन संस्कृति में जो भी अवतार या संत हुए हैं, उन सभी ने संसार के आगे हमेशा यही आदर्श रखा है कि, केवल मनुष्य ही नहीं बल्कि प्राणिमात्र में परमात्मा का निवास है। सभी प्राणी उस परमात्मरूपी धागे में पिरोए हुए मोतियों के समान हैं, किसीका भी स्वतंत्र अस्तित्व [...]