मैं और मेरा परिवार लगभग २० वर्षों से पूज्य साँईंजी से जुड़ा हुआ है । हम सभी सौभाग्यशाली हैं की हमें उनका निरंतर गुरु प्रेम मिलता रहा । उनकी करुणा का बखान करने के लिए शब्द नहीं है । मेरी बेटी की शादी को ८ वर्ष होने पर भी बच्चा नहीं हो रहा था । [...]
इस दुनिया में हम नहीं चाहते हों ऐसा, न अच्छा लगता हो ऐसा, और कभी सोचा भी न हो ऐसा हो जाता है। हकीकत ये है कि ये सिलसिला अनादिकाल से चल रहा है और चलता ही रहेगा । इस कटु सत्य को स्वीकार करते हुए, बैचेन, अशांत और तनावग्रस्त रहने की अपेक्षा ईश्वर की [...]
Janmashtami Special | Shri Krishna Divya Charitra - श्री कृष्ण दिव्य चरित्र जन्माष्टमी... कृष्ण का नाम लेते ही रस की अनुभूति है, जिसमें कर्षण है अर्थात् खिंचाव है, आकर्षण है, आनंद है, सुख है, शांति है, उत्सव है, पौरुष है, वो है कृष्ण... जो दुःख के समय भी मलिनता को नहीं प्राप्त होता, वो है [...]
आनंद मंगलं... शुभं भवतु कल्याणं ! आप सभी को गुरुपूर्णिमा की शुभकामनाएँ ! बहुत दिनों बाद पत्र लिख रहा हूँ । मेरा आरोग्य अच्छा है... और मन शांत, सम, प्रसन्न है । कोरोना काल में अधिकतर घरों में रहने से लोगों में, विद्यार्थियों में मोटापा बढ़ा है । मोटापा घटाने की एक सरल पद्धति प्रस्तुत [...]
अक्षय तृतीया अनंत फलदायक होती है । इस तृतीया को किए गए सारे काम शुभ फल देने वाले होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है । अक्षय तृतीया नि:स्वार्थ भाव से जरूरतमंदों को दान करने का महापर्व है।
आज के पथभ्रष्ट और दिशाहीन होते जा रहे युवाओं के लिए चरित्र का सर्वोत्तम आदर्श कोई है तो वह हनुमानजी है। पाश्चात्य अंधानुकरण आदि से जो भी अपना पतन कर चुके हैं वे भी हनुमानजी का स्मरण, चिंतन, पूजन व अनुसरण कर अपना जीवन ओजस्वी-तेजस्वी बना सकते हैं । ( स्रोत : विश्वगुरु ओजस्वी पत्रिका )
महावीर कौन ? महावीर को दुनिया पूजती है । जैन धर्म के महावीर... वीर नहीं महावीर । पूछो उन्होंने क्या किया था ? उन्होंने अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर ली । शत्रु कौन ? ये काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर, अभिमान । ये जो अपने मन में रहनेवाले दोष है न उसके ऊपर शौर्य..
हर एक में छिपा है महादेव ! हर एक में बसा है महादेव ! हर एक में महानता के बीज दबे हैं । हरेक के भीतर एक महादेव है, हर जीव में शिव है बस, जागृति होनी चाहिए ! सत्यं शिवं सुन्दरम् । शिवोहम्… शिवोहम्…सोहम् ।
शिव मोटिवेटर हैं, लीडर है, महादेव हैं | और वह महानता के बीज हम सबमें भी सुषुप्तावस्था में पड़े हैं | हर हर महादेव बोलते बोलते ये भी समझ है कि हर हर महादेव | सभी में शिव हैं – किसी का बुरा मत करो | किसी का अहित मत करो | जीव और शिव [...]
सद्गुरु समर्थ रामदास की आज्ञा से राष्ट्र सेवा में जीवन समर्पित करनेवाले छत्रपति शिवाजी महाराज : जिन्होंने गुरु के वस्त्र रूप प्रसाद को महाराष्ट्र का तज बना दिया । कोटि-कोटि प्रणाम उन सद्गुरुओं को, जिन्होंने राष्ट्रसेवा में अपने सत्शिष्यों को प्रवृत्त किया, उनका मार्गदर्शन किया। जनता की सेवा ही जनार्दन की सेवा है ।
ये वसंत पंचमी कल थी । वसंतोत्सव का, वसंत ऋतु का शुभारंभ हो रहा है और मातृ-पितृ पूजन दिवस के इस कार्यक्रम में आप सम्मिलित हुए है । देश-विदेश में यह कार्यक्रम बड़े धूमधाम से, बड़े पैमाने पर बहुत श्रद्धा, आदर और माता-पिता, गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के उद्देश्य के साथ मनाया जा [...]
विश्व ने फिर से कुछ दिन पहले एक महान तत्वचिंतक, स्थितिप्रज्ञ महापुरुष को खो दिया है... 22 जनवरी 2022 को वियतनामी बुद्धिस्ट ब्रह्मज्ञानी संत थिक न्यात हान वैश्विक चेतना में लीन हो गए। उनको ओजस्वी परिवार की तरफ से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पण करते हुए हम उनके कुछ श्रेष्ठ प्रवचनों के अंश चिंतन प्रसाद के रूप [...]
जब कोई भी डर, और संघर्ष का मुक़ाबला करने का नहीं होता तब समझो ज़िंदगी का आधा रस ही समाप्त हो गया! इसलिए हर डर, हर संघर्ष का पूरे मन से मुक़ाबला करते रहो... !