डायबिटीज के मरीजों को हर रोज की दवाई की झंझट से मुक्ति !

डायबिटीज के मरीजों को हर रोज की दवाई की झंझट से मुक्ति देने वाला इंजेक्शन ढूंढा गया !!

लाइफ़स्टाइल डिसीसिस के रूप में विख्यात डायबिटीज के मरीजों की संख्या देश में चिंताजनक रूप से बढ़ती जा रही है। पिछले दो दशकों के दौरान बदली हुई जीवन शैली, खानपान में बढ़ रही जंक फूड की मात्रा और परिश्रम या व्यायाम की कमी के कारण डायबिटीज के मरीजों की संख्या में सतत बढ़ावा हो रहा है । वर्ल्ड डायबिटीज फेडरेशन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 4 करोड डायबिटीज से पीड़ित हैं, इसमें से अंदाजा 40 लाख जितने मरीज केवल गुजरात में है । डायबिटीज के मरीजों को इस रोग के कारण भारी तकलीफों का सामना करना पड़ता है । पालीका की मस्कति हॉस्पिटल के डॉक्टर निमेष पंजी ने IMA फरवरी 2019 के मेडिकल जर्नल में डायबिटीज के मरीजों के लिए आशीर्वाद रूप साबित हो ऐसा सेमगलूटाइड नामक इंजेक्शन की खोज की । संशोधन की रिपोर्ट प्रस्तावित की है की इस इंजेक्शन को लेने से डायबिटीज के मरीजों को हर रोज लेने पड़ने वाली दवाई की झंझट से मुक्ति मिल जाएगी । सेमाग्लूटाइड इंजेक्शन दर्दी को हफ्ते में एक और महीने में केवल 4 बार लेना पड़ेगा । इससे दवाई में कटौती के आने के साथ मरीज को आर्थिक रूप से फायदा भी होगा । डायबिटीज के मरीजों के लिए यह इंजेक्शन आशीर्वाद रूप सिद्ध होगा ।

यूएसए के ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने मंजूरी दे दी…

वयस्क डायबिटीज में पाचन क्रिया को नियंत्रित करने वाला सेमागलूटाइड ग्लायकागौन जैसे पेप्टाइड रिसेप्टर को सहाय रूप करने वाला है । इसे यूएसए के फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने मंजूरी दे दी है । यह इंजेक्शन दिन में कभी भी, हफ्ते में केवल एक बार भोजन के बाद अथवा बिना भोजन भी ले सकते हैं । यह शरीर में इंसुलिन के स्त्राव को उत्तेजित करता है और ग्लूकोस के स्त्राव को दबाता है । टाइप टू डायबिटीज की चिकित्सा में नया संशोधन है । यह रक्त के शुगर लेवल को नियंत्रित करता है । शरीर का वजन भी नियंत्रित करता है और साथ में ह्रदय के लिए भी सुरक्षित है । इस इंजेक्शन के लिए 0.5 मिलीग्राम और 1.0 मिलीग्राम के दो डोज़ प्राप्त हो रहे हैं ।

डायबिटीज के 8000 से अधिक व्यक्तियों पर प्रयोग

यह एक वैश्विक क्लिनिकल प्रोग्राम है जिसमें डायबिटीज के 8000 से ज्यादा मरीजों पर प्रयोग किया गया है । इंजेक्शन को लेने वाले 79% मरीज इसके निर्धारित रक्त की शुगर लेवल को लक्ष्य अंक तक पहुंचाया था व 26% हृदय संबंधित मृत्यु, हृदयाघात, दिमाग पर पड़ने वाले शुगर के असर को कम करता है । वर्तमान में यह इंजेक्शन कनाडा, यूएसए और यूके में मिलता है । 4 इंजेक्शन के लिए 6 से 7000 खर्च होता है । भविष्य में जेनेरिक पैटर्न बाजार में आने से लोगों को काफी फायदा होगा । यह इंजेक्शन इंसुलिन के बदले में प्रयोग नहीं किया जा सकता है, इसे टाइप वन डायबिटीज के अथवा कीटो एसिडोसिस में प्रयोग नहीं किया जा सकेगा ।
– डॉक्टर निमेष पंजी
मेडिकल ऑफिसर मस्कति हॉस्पिटल, सूरत

Source : Sandesh Newspaper, 23/3/19, Page 2

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