
महापुरुषों को पुरस्कार प्रभावित नहीं करते
महापुरुषों को पुरस्कार प्रभावित नहीं करते ‘ओजस्वी अध्यात्म’ की महान वेदान्तिक जीवन शैली को आत्मसात् करनेवाले महापुरुषों को लौकिक पद,मान-सम्मान की इच्छा नहीं रहती | स्वामी रामतीर्थ ने अमेरिका जापान आदि कई देशों में भारतीय वैदिकवेदान्त की फिलसूफी का प्रचार प्रसार किया था | विदेश यात्रा के दौरान उनके ओजस्वी प्रवचनों से कईविदेशी प्रभावित हुए [...]
इंटरनेट और आधुनिक टेक्नोलॉजी – बीमारियों को न्योता
इंटरनेट और आधुनिक टेक्नोलॉजी - बीमारियों को न्योता इंटरनेट और आधुनिक टेक्नोलॉजी का जो लोग अत्यधिक इस्तेमाल करते हैं उनको कई तरह की बीमारियाँ हो सकती हैं । जैसे कि सेल्फाटाइस, फैंटम रिंगिंग, सिन्ड्रोम, नोमोफोबिया, साइबर कोंड्रिया, हिकी कोमोरी व ऐसी कई बीमारियाँ । ये बीमारियाँ तेजी से पैर फैलाती जा रही है शायद आप [...]
अपने भीतर सत्य की, ज्ञान की जिज्ञासा को जाग्रत रखो
अपने भीतर सत्य की, ज्ञान की जिज्ञासा को जाग्रत रखो इंसान जब पैदा होता है तो उसमें जिज्ञासा स्वाभाविक होती है । जैसे-जैसे व्यक्ति बड़ा होता जाता है तो वो परिस्थितियों के अनुसार बदलने लगता है । उसे जो सिखाया जाता है वो बिना सवाल के स्वीकार करने लग जाता है । इससे उसकी जिज्ञासा [...]
योग निद्रा : कई रोगों में चमत्कारिक परिणाम
योग निद्रा : कई रोगों में चमत्कारिक परिणाम शवासन । सीधे लेट जाइये । सोना नहीं है । आँखें बंद । श्वासों को देखिये । विचारों को देखिये दृष्टा बनकर । धीरे आवाज में कोई संगीत की, ध्यान की cd या Mp3 चला दीजिये । ध्यान रहे, नींद न आए । अपने हाथों की पहली [...]
बहुत-बहुत गुणकारी है हल्दी
बहुत-बहुत गुणकारी है हल्दी बहुत-बहुत गुणकारी है हल्दी । मैं पिछले कुछ दिनों से ताजी हल्दी को भोजन में प्रतिदिन लेता हूँ । हल्दी खाने से 30% स्मृति सतेज होती है, हताशा घटती है । हल्दी, जिसके कारण पीली होती है वह पीलापन, कुरक्यूमिन के कारण दिमाग का जो हिस्सा स्मृति/याददाश्त के साथ जुड़ा है [...]
धर्मसत्ता का काम राजसत्ता को जगाते रहने का है
धर्मसत्ता का काम राजसत्ता को जगाते रहने का है नर्मदा नदी गुजरात राज्य से प्रवाहित होती है | नर्मदा नदी को बचाने के भरूच, गुजरात के स्वामी अलखगिरीजी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में गुजरात सरकार को जगाने गुजरात की राजधानी गांधीनगर में साधु-संत उपवास पर उतरेंगे यह खबर दैनिक भास्कर में 7 फरवरी, 2018 को [...]
योग यूनिवर्सल जर्नी है
"योग यूनिवर्सल जर्नी है : मैं 'आयंगर योगा' का समर्थन करता हूँ" विश्व प्रसिद्ध योगाचार्य बी.के.एस. आयंगर का नाम आपने सुना होगा । भारतीय योग का विदेशों में प्रचार-प्रसार करने में उनके योगदान को भूलाया नहीं जा सकता । देश-विदेश की कई बड़ी-बड़ी हस्तियाँ उनसे प्रभावित रही और उनके सिखाये योग की अभ्यासु बन गयी [...]
New Jail Manual for New India
न्यू इंडिया के लिए न्यू जेल मेन्युअल चाहिए सेवा निवृत्त न्यायाधीश आनंद नारायण मुल्ला के अध्यक्षीय पद के नीचे रची गई जेल सुधार की अखिल भारतीय समिति (1980-83) का रिपोर्ट बहुत ही महत्वपूर्ण है । इस रिपोर्ट में भारतीय जेल प्रणाली की घोर दुर्व्यवस्था और अधःपतन का पूरा वृतांत है । साथ ही उसमें ऐसे [...]
जेल, किसी भी तरह समय व जीवन की बर्बादी का केन्द्र नहीं बनना चाहिये
जेल, किसी भी तरह समय व जीवन की बर्बादी का केन्द्र नहीं बनना चाहिये जेलों के अंदर ऐसे अनगिनत असंख्य लोग कैदी बनकर, अपराधियों की नाईं समय व जीवन बर्बाद कर रहे हैं कि जिनका अपराध साबित ही नहीं हुआ ! न्यायालयों द्वारा उनका दोष सिद्ध किया ही नहीं गया ! और उनकी संख्या दोषित [...]
ध्यान बनाम विपश्यना
'ध्यान बनाम विपश्यना' 'ध्यान' एक श्रेष्ठ अभ्यास है । 'ध्यान' आत्मनिरीक्षण का साधन है । 'ध्यान' आंतरिक शान्ति प्राप्त करने का उपाय है । 'ध्यान' भीतरी शक्तियाँ जागृत करने का माध्यम है । 'विपश्यना' एक प्रकार से ध्यान का ही एक पर्याय है । भारत में 'विपश्यना' की शुरूआत भारतीय मूल के बर्मा नागरिक सत्यनारायण [...]