कोरोना वाइरस के बढ़ते प्रकोप पर पूज्य श्री नारायण साँई जी के विचार …

अगर चीन के लोग भगवद्गीता के ‘युक्ताहार विहारस्य…’ श्लोक के अनुरूप अपनी जीवनशैली व खान पान करते तो कोरोना वाइरस नहीं होता ! भारतीय संस्कृति के अनुसार आहार विहार करने वाले लोगों से इसकी शुरुआत नहीं हुई ! बल्कि इस सिद्धांत को न मानने वाले लोगों से यह ख़तरनाक वाइरस ने देश – दुनिया में हाहाकार मचाया है ।

– नारायण साँईं

जानिए कैसे फैला इस कोरोना वाइरस का प्रकोप !

चीन में प्लेग से भी खतरनाक बीमारी फैल गई है । चीन ने इस बीमारी को 1 महीने तक दुनिया से छिपाया, परंतु रोग काबू में ना आने के कारण उसने(WHO) और जर्मनी की लैब को माहिती दी ।
जर्मनी की लैब ने ढूंढ लिया कि चीन का जानलेवा वायरस कोबरा में से फैला है ।
भाँति – भाँति  के सीफूड खाने के शौकीन चाइनीस, सांप को भी मजे से खा जाते हैं । तब सांप में से निकला कोरा का वायरस अब चीन के लोगों को निगल रहा है, चीन के 8 शहरों को अब तक सील कर दिया है, वायरस ग्रस्त दर्दीओं के लिए 6 दिन में एक अलग हॉस्पिटल बनाने का विज्ञापन किया है ।
अपने पड़ोसी देश चीन ज्यादातर उसकी नवीनतम शोध, टेक्नोलॉजी क्षेत्रे उसकी की हुई प्रगति, घातक हथियारों के प्रदर्शन और व्यापार क्षेत्र में, सतत आगे बढ़ रहे उसके ग्राफ के लिए वह चर्चा में रहता है । जो आजकल चीन एक अलग मामले के कारण चर्चा में है। चीन में प्लेग जैसा एक चेपी रोग इतनी तेजी से फैल रहा है, उसकी वजह से चीन में फैले हुए इस रोग के कारण पूरी दुनिया डर गई है। चीन ने अपने 8 बड़े शहर सील कर दिए हैं। जबकि हुबेइ प्रांत के 8 शहरों में आने-जाने पर रोक लगा दी है। चीन में नए साल के उत्सव का माहौल है। तब चीनी सरकार ने इस चेपी रोग के कारण कार ट्रेन और विमान सहित आने-जाने के रास्ते बंद कर दिए हैं। चीन में इस रोग के कारण अभी तक 25 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है,ऐसा माना जाता है। इस रहस्यमई बीमारी की चपेट में 900 से अधिक लोग आ गए हैं। जोकि यह चीन के सतावर अंक है,और चीन हमेशा माहिती छुपाने में चैंपियन रहा है। और पूरी दुनिया बीमारी की मौत के मामले में चीन ने सार्वजनिक किए अंको को शंकास्पद नजर से देख रही है। चीन के वुहान प्रांत में फैली हुई यह रहस्यमई बीमारी वायरस से फैल रही है। दर्दी को सर्दी खांसी के लक्षण दिखते हैं, और फिर तुरंत ही उसके फेफड़े में यह चेप पहुंच जाता है। और गिनती के समय में ही दर्दी की खांसते- खांसते मृत्यु हो जाती है। चीन के वुहान प्रांत में अचानक इस प्रकार के दर्दीओसे हॉस्पिटल भरने लगी और हॉस्पिटल के बेड पर लोगों ने दम तोड़ना शुरू कर दिया, तब चीन की सरकार इस रोग की गंभीरता समझ पाई,लेकिन पूरी बात को चीन ने अपनी आदत के अनुसार दबा के रखी। कहा जा रहा है कि वायरस से फैले चेपी रोग की माहिती चीन ने 1 महीने तक दुनिया से छुपा के रखी और अपने देश में ही हजारों की संख्या में विषाणु ग्रस्त हुए लोगों की माहिती छुपा के रखी। जानकारी मिल रही है कि चीन के वुहान प्रांत में जब हजारों लोग हॉस्पिटल में दाखिल होने लगे तब चीन दुनिया को कहता रहा कि मात्र 40 लोग हॉस्पिटल में दाखिल हुए हैं। लेकिन यह बीमारी फैलती गई। वायरस से फैली यह बीमारी वुहान प्रांत में आसपास के 8 प्रांतों में फैल गई, जिस में हुआगांग,एजाओ,चीबी,शिआताओ,झिजिगांग,छिनजियांग,लिचुआंग का समावेश है। जब यह बीमारी आसपास के देशों में भी फैलने लगी तब थाईलैंड तक भी उसकी असर दिखने लगी। तब चीन ने यह बीमारी के संदर्भ में वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन(WHO) को जानकारी दी कि एक अनजाने वायरस से लोग भोग बनके तुरंत मृत्यु पाते हैं।
जो कि चीन ने इस बीमारी की बात दुनिया को बताने में बहुत देर हो गई थी। क्योंकि दिसंबर महीने की शुरुआत में ही चीन में इस बीमारी ने अपना पंजा पसार दिया था। चीन के यह गंभीर मौन के कारण चीन के पड़ोसी एशियाई देश भी चपेट में आ गए। एशिया का मुख्य व्यापारी मथक चीन होने के कारण लाखों लोग चीन में यातायात करते हैं। और इस चेपी रोग की माहिती के बगैर लाखों लोग चीन गए और अपने देश में वापिस लौटे और यह बीमारी भी अपने देश में लेते गए। अब यह बीमारी चीन के अलावा उसके पड़ोसी देशों और दूर अमेरिका तक फैलने की संभावना डॉक्टर देख रहे हैं। क्योंकि यह बीमारी भयंकर चेपी है। और एक चेप ग्रस्त व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से तुरंत ही चेप लग जाने की संभावना होती है। (स्त्रोत – संदेश अख़बार )

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