नृत्य सिर्फ कला ही नहीं , स्वस्थ रहने का जरिया भी है... - पूज्य श्री नारायण साँईं नृत्य हमेशा से मानव संस्कृति और समारोहों का एक अहम हिस्सा रहा है | हर साल २९ अप्रैल को अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है | यूनेस्को के थियेटर इंस्टिट्यूट की डांस कमिटी ने इस दिन को रिफोर्मर [...]
अनंत सुख... अनंत आनंद... अनंत मस्ती... अनंत पुण्यलाभ... आत्मज्ञान से पाइये ! अपने आपको पहचानिये ; खुद से सवाल कीजिए 'मैं कौन हूँ ?' कहाँ से आए ? कहाँ है जाना ? क्या है करना ? कर क्या रहे ? क्या ये ठीक है ? लक्ष्य है क्या ? इन सवालों के सही जवाब जीवन [...]
मौन में संवाद ! मौन से जो होता संवाद वैसा भाषा से कहाँ होता है ? अर्थहीन तो बहुत कुछ होता दिनभर पर है जो महत्वपूर्ण, वो कहाँ होता है ? मंदिर तो हर घर में होगा लेकिन दिल से प्रभु की पूजा क्या होती है ? प्रयोग होते हैं सत्य के, लेकिन असत्य अलविदा [...]
स्वयं को पहचानो मैं चाहता हूँ कि आप भी स्वयं से सवाल करते रहें कि मैं कौन हूँ ? मैं क्या हूँ ? यकीन मानिये, स्वयं को पहचानने का द्वार स्वयं से ही खुलेगा । आखिर कब तक हम सभी दूसरे की बताई, समझाई, थोपी हुई पहचान से जीते रहेंगे ! स्वयं के भीतरी द्वार [...]
एकांत की तलाश क्या वो समय कभी आएगा जब मनुष्य जीने के अधिकार पर कायम रहेगा और दिन की चमकदार रोशनी और रात की शांतिपूर्ण खामोशी के साथ खुशी मनाएगा । क्या आएगा कभी ऐसा समय ? क्या वह सपना हकीकत बन सकेगा कभी ? कि धरती के इंसान ही मांस से ढक जाने के [...]
साँईं की कलम से...महाशिवरात्रि विशेष अक्का महादेवी की पुण्यमय कथा ! अक्का महादेवी को भगवान शंकर की मानस पत्नी तथा दक्षिण भारत की दूसरी पार्वती कहा जाता है । अक्का महादेवी कर्नाटक राज्य के उड़ूतड़ी गाँव में निवास करनेवाली एक उच्च कोटि की महिला संत थीं, जिनका जन्म सन्-1130 के आसपास माना जाता है । [...]
नारायण साँईं का 2019 में पाँचवा संदेश "दिल की बात, अपनों के साथ" कहानी बनके जिये हम तो इस जमाने में लगेंगी आपको सदियाँ हमें भुलाने में । न जिनको पीना भी आये न पिलाना आए शरीफ़ ऐसे भी आ बैठे हैं मैखाने में । गरीब क्यों न रहे देश की सारी बस्ती है [...]
माघी पूर्णिमा संदेश - #2MinuteChallenge (दो मिनट चैलेंज ) आप मुझे दीजिए 24 घंटों में से केवल 2 मिनट ! हररोज सुबह 11:10 से 11:12 बजे तक । सुबह के 2 मिनट आप आध्यात्मिक जुड़ाव को महसूस करें ! आध्यात्मिक शक्ति से ओतप्रोत बनिये ! प्रतिदिन ठीक इसी समय पर एक मिनट के लिए शांत [...]
अभावों के बीच ही आनंद का स्रोत है… हर दिन सूरज एक-सा उगता है... दिन भी वैसे ही आगे बढ़ता है । कुदरत का नियम नहीं बदलता, लेकिन इसी नियम में जीवन का मौलिक आनंद भी छिपा है । असल बात है, अभावों के बीच आनंद के स्रोत तक पहुँचना... केरल में मूल निवासियों का [...]
महापुरुषों को पुरस्कार प्रभावित नहीं करते ‘ओजस्वी अध्यात्म’ की महान वेदान्तिक जीवन शैली को आत्मसात् करनेवाले महापुरुषों को लौकिक पद,मान-सम्मान की इच्छा नहीं रहती | स्वामी रामतीर्थ ने अमेरिका जापान आदि कई देशों में भारतीय वैदिकवेदान्त की फिलसूफी का प्रचार प्रसार किया था | विदेश यात्रा के दौरान उनके ओजस्वी प्रवचनों से कईविदेशी प्रभावित हुए [...]
अपने भीतर सत्य की, ज्ञान की जिज्ञासा को जाग्रत रखो इंसान जब पैदा होता है तो उसमें जिज्ञासा स्वाभाविक होती है । जैसे-जैसे व्यक्ति बड़ा होता जाता है तो वो परिस्थितियों के अनुसार बदलने लगता है । उसे जो सिखाया जाता है वो बिना सवाल के स्वीकार करने लग जाता है । इससे उसकी जिज्ञासा [...]
योग निद्रा : कई रोगों में चमत्कारिक परिणाम शवासन । सीधे लेट जाइये । सोना नहीं है । आँखें बंद । श्वासों को देखिये । विचारों को देखिये दृष्टा बनकर । धीरे आवाज में कोई संगीत की, ध्यान की cd या Mp3 चला दीजिये । ध्यान रहे, नींद न आए । अपने हाथों की पहली [...]
"योग यूनिवर्सल जर्नी है : मैं 'आयंगर योगा' का समर्थन करता हूँ" विश्व प्रसिद्ध योगाचार्य बी.के.एस. आयंगर का नाम आपने सुना होगा । भारतीय योग का विदेशों में प्रचार-प्रसार करने में उनके योगदान को भूलाया नहीं जा सकता । देश-विदेश की कई बड़ी-बड़ी हस्तियाँ उनसे प्रभावित रही और उनके सिखाये योग की अभ्यासु बन गयी [...]
'ध्यान बनाम विपश्यना' 'ध्यान' एक श्रेष्ठ अभ्यास है । 'ध्यान' आत्मनिरीक्षण का साधन है । 'ध्यान' आंतरिक शान्ति प्राप्त करने का उपाय है । 'ध्यान' भीतरी शक्तियाँ जागृत करने का माध्यम है । 'विपश्यना' एक प्रकार से ध्यान का ही एक पर्याय है । भारत में 'विपश्यना' की शुरूआत भारतीय मूल के बर्मा नागरिक सत्यनारायण [...]
आनंदवाद सप्ताह आतंकवाद छोड़ो, आनंदवाद अपनाओ... (25 दिसंबर से 1 जनवरी - आनंदवाद सप्ताह) मैं चाहता हूं पूरी दुनिया में आनंदवाद को फैलाया जाए, आतंकवाद को छोड़कर, भूलकर अब आनंदवाद को अपनाने के लिए तैयार हो जाओ। आनंदवाद को फैलाने के लिए उत्सव मनाओ, जश्न मनाओ। इस हैप्पीनेस वीक में अपने घर, मोहल्ले से बाहर [...]
प्रेम धर्म स्थापना दिवस ! प्रेम धर्म स्थापना दिवस ! अशांति और हिंसा के ताप को शांति और प्रेम की वर्षा में परिवर्तित करने... आइए स्थापित करें प्रेम का साम्राज्य... प्रेम का धर्म... प्रेम का अध्यात्म... ओजस्वी अध्यात्म ! प्रेमधर्म लोकतांत्रिक धर्म है... जिसकी स्थापना किसी व्यक्ति विशेष ने नहीं की,हां जिसकी प्रेरणा स्त्रोत "ओहम्मो [...]